Direct Tax Collection: वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) की ओर से वित्त वर्ष 2022-23 के 10 मार्च तक के टैक्स कलेक्शन (Direct Tax Collection) के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं. इस टैक्स कलेक्शन के आंकड़ों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. ग्रॉस डारेक्ट टैक्स कलेक्शन (Gross Didect Tax Collection) 22.58 फीसदी बढ़कर 16.68 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है.
वहीं टैक्सपेयर्स (Taxpeyers) को रिफंड जारी किए जाने के बाद नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन (Net Direct Tax Collection) 13.73 लाख करोड़ रुपये हो चुका है, जो पिछले साल के इस अवधि से 16.78 फीसदी ज्यादा है. पिछले साल ये 12.98 लाख करोड़ रुपये था. वित्त मंत्रालय ने अपने परिपत्र में जानकारी दी कि डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बजट अनुमान (Budget EStimates) का 96.67 फीसदी है और मौजूदा वित्त वर्ष के लिए रिवाइज्ड एस्टीमेट 78.65 फीसदी है.
इस अवधि के दौरान कॉपोरेट इनकम टैक्स में (Corporate Income Tax) में 18.08 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है जबकि पर्सनल इनमक टैक्स (Personal Income Tax) में सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स (Security Transaction Tax) को मिलाकर 27.57 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली है.
रिफंड को एडजेस्ट करने के लिए कॉपोरेट इनकम टैक्स में 13.62 फीसदी और पर्सनल इनकम टैक्स में 20.73 फीसदी की ग्रोथ देखी गई है. पर्सनल इनकम टैक्स में अगर सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स को शामिल किया जाए तो 20.06 फीसदी कलेक्शन बढ़ा है.
कितना जारी किया गया रिफंड
वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 1 अप्रैल 2022 से लेकर 10 मार्च 2023 तक कुल 2.95 लाख करोड़ का रिफंड जारी किया गया है. ये रिफंड अमाउंट बीते साल समान अवधि के दौरान 59.44 फीसदी ज्यादा है. बता दें कि सरकार ने वित्त वर्ष में 2022-23 में 14.20 लाख करोड़ रुपये डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का लक्ष्य रखा था.
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