Paint Costly: दीवाली से पहले घरों की रंगाई-पुताई महंगी, दिग्गज पेंट कंपनी ने 1 महीने में दो बार बढ़ाए दाम
Diwali Paints Costly: दीपावली के त्योहार से पहले घरों-दुकानों वगैरह की रंगाई और पुताई का काम होता है. इस साल काफी पहले से ही पेंट्स कंपनियों ने दाम बढ़ाने शुरू कर दिए तो आपका खर्च बढ़ गया है.
Asian Paints: इस साल दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा. रोशनी के इस त्योहार पर घरों की रंगाई-पुताई और साफ-सफाई के काम पूरे देश में होते हैं. मगर, पेंट्स बनाने वाली कंपनियां अभी से लोगों को झटका देने लगी हैं. दिग्गज पेंट कंपनियों की तरफ से लगातार पेंट के दाम बढ़ाने की खबरें आ गई हैं. इस सेक्टर की दिग्गज कंपनियों एशियन पेंट्स (Asian Paints) और बर्जर पेंट्स (Berger Paints) ने दाम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं. एशियन पेंट्स तो जुलाई के महीने में ही दो बार पेंट के दाम बढ़ा चुकी है. इस फैसले से अभी से लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है और दीवाली से पहले घरों, दुकानों, मकानों, संस्थानों को पेंट कराने का खर्च बढ़ गया है.
एशियन पेंट्स के दाम जुलाई में 2 बार बढ़े-बर्जर पेंट्स भी महंगे हुए
एशियन पेंट्स ने पहले 10 जुलाई को दाम बढ़ाने का ऐलान किया था. कंपनी ने अपने पेंट्स के रेट 0.5 से 1 फीसदी तक बढ़ाए थे और ये बढ़े दाम 22 जुलाई से लागू हो गए हैं. इसके बाद इसी हफ्ते एक बार फिर से कंपनी ने कीमतों में 1 से 1.25 फीसदी का इजाफा कर दिया है. कंपनी ने एक महीने में दो बार कीमतें बढ़ाई है और इसके साथ ही बर्जर पेंट्स ने भी अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाए हैं. बर्जर पेंट्स ने भी 22 जुलाई से पेंट के रेट में 0.7 फीसदी से 1 फीसदी के बीच कीमतें बढ़ा दी हैं. एशियन पेंट्स ने जहां स्टॉक एक्सचेंज को इसकी आधिकारिक जानकारी दी वहीं बर्जर पेंट्स ने इसकी सूचना एक आर्थिक समाचार चैनल को कंफर्म की है.
एशियन पेंट्स का शेयर लगातार चढ़ रहा
भारत की सबसे बड़ी पेंट कंपनी के इन फैसलों की मार ग्राहकों पर पड़ेगी लेकिन कीमतें बढ़ाए जाने के बाद से कंपनी के शेयर में उछाल आने लगा है. एशियन पेंट्स का शेयर आज शुक्रवार को 46.95 रुपये या 1.62 फीसदी बढ़कर 2948.35 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ है. कई दिनों से कंपनी के शेयर लगातार ऊपर गए हैं.
एशियन पेंट्स के कमजोर तिमाही नतीजे
भारत की सबसे बड़ी पेंट कंपनी ने बताया कि अप्रैल से जून तिमाही में उसका रेवेन्यू 2.3 फीसदी घटकर 8943 करोड़ रुपये रह गया है. एक साल पहले की समान अवधि में यही आंकड़ा 9154 करोड़ रुपये था. एशियन पेंट्स की पहली तिमाही का मुनाफा भी बाजार के अनुमान से कमजोर रहा और चैलेंजिंग डिमांड एनवायरनमेंट के चलते प्रभावित हुआ है. जून तिमाही में एशियन पेंट्स का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 24.6 फीसदी गिरकर 1170 करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की समान तिमाही में 1383 करोड़ रुपये था.
3450 रुपये तक जा सकता है एशियन पेंट्स- नुवामा
एशियन पेंट्स के तिमाही नतीजों के बाद भी नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने एशियन पेंट्स पर अपनी BUY रेटिंग बरकरार रखी. इसने कहा कि गर्मी और चुनाव की वजह से पहली तिमाही कमजोर रही लेकिन एशियन पेंट्स के स्टॉक में थोड़ी गिरावट को खरीदारी का मौका मानना चाहिए. ग्रामीण खपत में सुधार और आगे कीमतों में बढ़ोतरी के चलते शेयर में तेजी आने का अनुमान है. नुवामा इंस्टीट्यूशनल ने एशियन पेंट्स के लिए 3450 रुपये के टार्गेट प्राइस के साथ BUY रेटिंग मेंटेन रखी है.
एशियन पेंट्स का दावा-कस्टमर पर थोड़ा ही बोझ डाला
एशियन पेंट्स के एमडी और सीईओ अमित सिंगले ने हाल ही में सीएनबीसी टीवी-18 से कहा था कि कंपनी ने बढ़ी हुई लागत का ज्यादातर बोझ खुद उठाने और इसका थोड़ा सा भार ही कस्टमर पर डालने का फैसला लिया है. वैसे भी कंपनी ने 12-18 महीनों के बाद पेंट्स के दाम बढ़ाए हैं. उन्होंने कहा कि पिछली तिमाही में भीषण गर्मी और लोकसभा चुनाव के चलते निर्माण कार्य सुस्त रहे जिससे पेंट इंडस्ट्री में डिमांड हल्की रही. हालांकि हमें उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर होते रुझान और मानसून में दिख रही तेजी के चलते मांग में सुधार होगा और जल्द ही यह स्थिति बदलेगी.
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