Diwali Bonus: अबतक बचे हैं दिवाली बोनस के पैसे तो इन जगहों पर करें इस्तेमाल, भविष्य में रहेंगे टेंशन फ्री
Diwali Bonus: अगर दिवाली बोनस के तौर पर मिली रकम अब भी आपने बचाकर रखी है तो उसका सही जगहों पर इस्तेमाल कर भविष्य में टेंशन फ्री रह सकते हैं.
Diwali Bonus: आप में से बहुत सारे लोगों को दिवाली का बोनस मिला होगा. इस बोनस की रकम को खर्च करें, बचत करें या निवेश करें, इसकी प्लानिंग कर रहे होंगे? अगर आपकी कोई प्लानिंग है तो उसे अमली जामा जरूर पहनाइए लेकिन अगर आप इसका एक हिस्सा बचा कर रखें तो ये लंबी अवधि में आपके लिए ज्यादा काम का साबित हो सकता है. इसका इस्तेमाल आप अपने कर्ज बोझ को घटाने के लिए भी कर सकते हैं, जो एक बेहतर निर्णय शामिल होगा.
लोन का भुगतान
होमफर्स्ट फाइनेंस कंपनी के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर गौरव मोहता कहते हैं कि रेपो रेट और ब्याज दरों में लगातार वृद्धि हो रही है. ऐसे में ब्याज बचाने के लिए आपको किसी भी तरह के कर्ज के भुगतान की सलाह दी जाती है. अगर आपने क्रेडिट कार्ड पर कोई लोन लिया है या फिर आपका कोई पर्सनल लोन चल रहा है तो सबसे पहले उसका भुगतान करना चाहिए. इसकी वजह ये है कि ये अनसिक्योर्ड लोन होते हैं और आम तौर पर इन पर ज्यादा ब्याज देना पड़ता है. इसके बाद आपको अपने होम लोन को सेटल करना चाहिए. आप पूरा या आंशिक रूप से ऐसा कर सकते हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपने कितने पैसे अलग रखे हैं. हालांकि, पैसे खर्च करने का ये बहुत एक्साइटिंग तरीका नहीं है लेकिन इससे न सिर्फ ब्याज के रूप में जाने वाले आपके लाखों रुपये की बचत होगी बल्कि घर के लिए आपकी देनदारी और कम हो जाएगी.
कर्ज का प्री-पेमेंट
किसी लेंडर से लिए गए होम लोन का भुगतान मासिक ईएमआई के जरिए किया जाता है. ईएमआई के दो हिस्से होते हैंः मूलधन का भुगतान और कुल देय मूलधन पर ब्याज का भुगतान. जब आप लोन का भुगतान शुरू करते हैं तो आपकी ईएमआई का एक बड़ा हिस्सा ब्याज के भुगतान में जाता है जबकि एक छोटा हिस्सा मूलधन के भुगतान में ज्यादा है. जैसे-जैसे आप नियमित तौर पर ईएमआई का भुगतान करते हैं, आपके बकाया मूलधन में कमी आती है. इससे ईएमआई में ब्याज का हिस्सा घटता है और बाकी मूलधन का हिस्सा बढ़ता है. जब आप पूरे मूलधन का भुगतान कर देंगे तो आपका लोन बंद हो जाएगा.
प्रीपेमेंट वह राशि है जिसका भुगतान आप ईएमआई से इतर करते हैं. मोहता के अनुसार, चूंकि आप ईएमआई में ब्याज वाला हिस्सा जमा कर चुके होते हैं. ऐसे में यह राशि सीधे आपके बकाये मूलधन में से घटा दिया जाता है. ऐसे में जब आप अगली बार ईएमआई भरते हैं तो आपको कम ब्याज देना पड़ता है क्योंकि मूलधन के एक हिस्से का भुगतान लोन एग्रीमेंट में तय अवधि से पहले कर दिया जाता है. रेगुलर प्रीपेमेंट के जरिए आप अपना होम लोन तय अवधि से पहले बंद कर देते हैं. इससे ब्याज के रूप में जाने वाले आपके लाखों रुपये बच जाते हैं.
ये बॉरोअर के लिए हर तरह से फायदे का सौदा है. इसके बावजूद बहुत लोग जानकारी नहीं होने की वजह से रेग्युलर प्रीपेमेंट नहीं कर पाते हैं. वहीं बहुत से लोग ऐसा करना भूल जाते हैं. कई लेंडर रेगुलर ऑटोमेटाइज्ड प्रीपेमेंट्स की सुविधा दे रहे हैं. इससे इस क्षेत्र में बड़ा अंतर आ सकता है. मोहता कहते हैं कि इस स्वैच्छिक सेवा के तहत आप अपने बैंक को एक स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन दे सकते हैं और इसके तहत हर महीने होम लोन के प्रीपेमेंट के लिए 2000 रुपये की रकम आपके अकाउंट से कट जाती है. समय के साथ इस छोटी रकम से आपको लोन के तय अवधि से पहले भुगतान में मदद मिल जाती है. ऐसे में ब्याज के रूप में जाने वाले आपके लाखों रुपये बच जाते हैं.
होम लोन के प्री-पेमेंट से कितनी होगी बचत
आइए मान लेते हैं कि आपने 20 साल के लिए 9.5 फीसदी की ब्याज से 20 लाख रुपये का लोन लिया है. ऐसे में आपकी ईएमआई 18,643 रुपये बनेगी. 20 साल में आप 20 साल के लोन पर 24,74,230 रुपये खर्च करेंगे. लेकिन अगर आप हर महीने केवल 2000 रुपये का प्रीपेमेंट करते हैं तो आप 55 ईएमआई या 6,60,585 रुपये बचा पाएंगे.
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