DMRC Driverless Train: दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को आज एक नई सौगात मिली है जो इसके यात्रियों के लिए अच्छी खबर साबित हो सकती है. दिल्ली मेट्रो रेल निगम- दिल्ल मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) को सोमवार को डाइवरलेस टेक्नोलॉजी से लैस पहला मेट्रोपोलिस मेट्रो ट्रेनसेट मिल गया है. इसको अलस्टोम कंपनी ने तैयार किया है और ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चर यानी (ओईएम) को आउटसोर्स किए गए पहले प्रोजेक्ट का हिस्सा है. 


कितनी होगी ट्रेन की स्पीड


ड्राइवरलेस टेक्नोलॉजी से लैस ट्रेन सेट को ऐसे डिजाइन किया गया है जिससे ये 95 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सेफ तरीके से पटरियों पर दौड़ सके. इसके अलावा 85 किमी प्रति घंटे तक की ऑपरेटिंग स्पीड पर चलाने के लिए भी ट्रेन सक्षम है.


किन-किन लाइनों पर दौड़ेगी दिल्ली की ड्राइवरलेस मेट्रो 


ट्रेन सेट को दिल्ली मेट्रो की तीन लाइन पर चलाया जाएगा. इनमें दो एक्सटेंडेड लाइन और नई गोल्ड लाइन-10 भी शामिल है जिसकी लंबाई करीब 64.67 किलोमीटर है.


'मेक इन इंडिया' ड्राइवरलेस मेट्रो का सपना हुआ सच


'मेक इन इंडिया' पहल के तहत भारत में श्री सिटी में एल्सटॉम की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट में मेट्रो ट्रेन को डिजाइन किया जा रहा है. इसे ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन (जीओए)-4 को ड्राइवरलेस टेक्नोलॉजी से लैस किया गया है.


इस बारे में सोशल मीडिया पर भी जानकारी दी गई है और DMRC ने अल्स्टॉम इंडिया के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा है कि ..'गर्व के साथ, हमने 17 RS में पहला अत्याधुनिक, ऊर्जा-कुशल आधुनिक मेट्रोपोलिस ट्रेनसेट सौंपा है. ऑफिशियल डीएमआरसी  के साथ भारत के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क में हमारे लंबी अवधि सहयोग में एक और मील का पत्थर मना रहा है.






डीएमआरसी की ओर से ऑफिशियल प्रेस रिलीज में दी गई जानकारी


प्रेस रिलीज के मुताबिक इस प्रोजेक्ट की कीमत 31.2 करोड़ यूरो है और इसमें 15 साल की मेंटेनेंस भी शामिल है. DMRC के जरिए किसी ओईएम को इस तरह की पहली आउटसोर्सिंग है. वहीं एल्सटॉम के मैनेजिंग डायरेक्टर ओलिवियर लोइसन के मुताबिक मेट्रो ट्रेन सेट लोगों की लाइफ क्वालिटी में सुधार लाने और अर्बन डेवलपमेंट को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे.


अधिकारियों ने बताई खास बात


डीएमआरसी के मैनेजिंग डायरेक्टर विकास कुमार ने बतायाया कि दिल्ली मेट्रो परिवार के लिए ऐतिहासिक पल है क्योंकि हमने चौथे फेज के कॉरीडोर को शुरू करने लिए एक और अहम कदम उठाया है. इसके तहत नए फेज के एक्सटेंशन के लिए ट्रेन के पहले सेट को आंध्र प्रदेश के श्री सिटी से रवाना कर दिया गया है. यह ठेका चौथे फेज के ऑपरेशन के लक्ष्य के साथ नवंबर 2022 में दिया गया था. इसके तहत छह डिब्बों वाले कुल 52 ट्रेन सेट की सप्लाई करने का टार्गेट है.


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