(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Diwali 2021: इस सेक्टर के म्युचुअल फंड ने कमवाए हैं सवा सौ पर्सेंट का रिटर्न
Diwali 2021: ये राष्ट्रनिर्माण में योगदान देने वाला सेक्टर है. कंस्ट्रक्शन, पावर और मेटल समेत तमाम क्षेत्रों में सेक्टर की कंपनियों का कारोबार होता है.
शेयर बाजार में पिछले एक साल में आई जोरदार तेजी में इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरों को बड़ा फायदा हुआ है. इससे इस क्षेत्र में इनवेस्टमेंट करने वाले म्यूचुअल फंड्स ने भी अच्छा रिटर्न दिया है. सभी फंड़ों में 5 ऐसी स्कीम भी रही हैं जिनमें निवेश से 118 प्रतिशत तक का मुनाफा हुआ है. इंफ्रास्ट्रक्चर फंड्स मुख्यतौर पर पावर, कंस्ट्रक्शन, कैपिटल गुड्स और मेटल्स सेगमेंट की कंपनियों के स्टॉक्स में इनवेस्टमेंट करते हैं.
Quant Infrastructure Fund
इस स्कीम ने पिछले एक वर्ष में 118 प्रतिशत से कुछ अधिक का रिटर्न दिया है. यह इस कैटेगरी में टॉप पर है. इसका फंड साइज केवल 85 करोड़ रुपये का है और इसके डायरेक्ट प्लान की एक्सपेंस रेश्यो 2.15 प्रतिशत है. इसके निवेश का बड़ा हिस्सा लार्ज कैप कंपनियों में है.
ICICI Prudential Infrastructure Fund
इसका पिछले एक वर्ष में रिटर्न 108.6 प्रतिशत का है. यह इस कैटेगरी में सबसे बड़ी स्कीम है. इसके पास लगभग 1,680 करोड़ रुपये के एसेट्स हैं. इसके डायरेक्ट प्लान में 1.74 प्रतिशत की एक्सपेंस रेश्यो ली जाती है. इस स्कीम के पोर्टफोलियो में पावर, कंस्ट्रक्शन, एनर्जी और फाइनेंशियल स्टॉक्स की बड़ी हिस्सेदारी है.
IDFC Infrastructure Fund
इसका पिछले एक वर्ष में रिटर्न 104.8 प्रतिशत का है. यह स्कीम कंस्ट्रक्शन, पावर, सीमेंट और एनर्जी कंपनियों के स्टॉक्स में अधिक इनवेस्टमेंट रखती है. इसके पास लगभग 650 करोड़ रुपये के एसेट्स हैं. इसकी एक्सपेंस रेश्यो 1.25 प्रतिशत के साथ अन्य स्कीम की तुलना में कम है.
HSBC Infrastructure Equity Fund
इसका इस अवधि में रिटर्न लगभग 102 प्रतिशत का है. इसके एसेट्स केवल 112 करोड़ रुपये के हैं और यह इस कैटेगरी के स्मॉल फंड्स में शामिल है. इसकी एक्सपेंश रेश्यो 1.18 प्रतिशत है.
Aditya Birla Sun Life Infrastructure Fund
इसने पिछले एक वर्ष में 97.4 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. यह 570 करोड़ रुपये के एसेट्स रखता है. इसकी एक्सपेंस रेशो 1.82 प्रतिशत की है. इसके पोर्टफोलियो में एनर्जी, कंस्ट्रक्शन, इंजीनियरिंग और मेटल स्टॉक्स की अधिक हिस्सेदारी है. इसकी होल्डिंग का बड़ा हिस्सा मिड और स्मॉल कैप कंपनियों में है.
डिस्क्लेमर
(यहां ABP News द्वारा किसी भी फंड में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. यहां दी गई जानकारी का सिर्फ़ सूचित करने का उद्देश्य है. म्यूचुअल फंड निवेश बाज़ार जोखिम के अधीन हैं, योजना संबंधी सभी दस्तावेज़ों को सावधानी से पढ़ें. योजनाओं की NAV, ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव सहित सिक्योरिटी बाज़ार को प्रभावित करने वाले कारकों व शक्तियों के आधार पर ऊपर-नीचे हो सकती है. किसी म्यूचुअल फंड का पूर्व प्रदर्शन, आवश्यक रूप से योजनाओं के भविष्य के प्रदर्शन का परिचायक नहीं हो सकता है. म्यूचुअल फंड, किन्हीं भी योजनाओं के अंतर्गत किसी लाभांश की गारंटी या आश्वासन नहीं देता है और वह वितरण योग्य अधिशेष की उपलब्धता और पर्याप्तता से विषयित है. निवेशकों से सावधानी के साथ विवरण पत्रिका (प्रॉस्पेक्टस) की समीक्षा करने और विशिष्ट विधिक, कर तथा योजना में निवेश/प्रतिभागिता के वित्तीय निहितार्थ के बारे में विशेषज्ञ पेशेवर सलाह को हासिल करने का अनुरोध है.)
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