Air Travel: फरवरी में भारतीयों ने जमकर किया हवाई सफर, घरेलू पैसेंजर ट्रैफिक में 54 फीसदी की बढ़त का अनुमान
Air Travel Increased: फरवरी 2023 में घरेलू यात्री यातायात 119 लाख रहने का अनुमान के साथ घरेलू विमानन उद्योग में सुधार जारी है और इसमें लगातार बढ़त देखी जा रही है.
Air Travel: फरवरी में घरेलू यात्री यातायात में साल-दर-साल 54 फीसदी की बढ़ोतरी होने का अनुमान है, लेकिन इसमें क्रमिक रूप से 5 फीसदी की गिरावट आई है. दैनिक प्रस्थान का औसत 2,967 था, जो फरवरी 2022 में 2,044 से ज्यादा और जनवरी 2023 में 2,900 था, लेकिन फरवरी 2020 में 3,137 से नीचे था. फरवरी 2022 में प्रति उड़ान यात्रियों की औसत संख्या 143 थी, जो प्रति उड़ान 139 यात्रियों से ज्यादा थी. रेटिंग एजेंसी आईसीआरए के मुताबिक ये आंकड़ा आया है.
फरवरी 2023 में घरेलू यात्री यातायात 119 लाख रहने का अनुमान
आईसीआरए लिमिटेड में कॉपोर्रेट रेटिंग्स के वाइस प्रेसिडेंट और सेक्टर हेड सुप्रियो बनर्जी ने कहा, "फरवरी 2023 में घरेलू यात्री यातायात 119 लाख रहने का अनुमान के साथ घरेलू विमानन उद्योग में सुधार जारी है, जो फरवरी 2022 के 77 लाख के घरेलू यात्री यातायात की तुलना में 54 फीसदी ज्यादा है और पूर्व-कोविड स्तरों की तुलना में केवल 4 फीसदी कम है." उन्होंने कहा कि क्रमिक आधार पर जनवरी 2023 में 125 लाख की तुलना में यह 5 फीसदी कम था.
फरवरी 2023 में एयरलाइंस की क्षमता तैनाती फरवरी 2022 की तुलना में 45 फीसदी ज्यादा
उन्होंने कहा, "फरवरी 2023 में एयरलाइंस की क्षमता तैनाती फरवरी 2022 की तुलना में 45 फीसदी ज्यादा थी. हालांकि, यह पूर्व-कोविड स्तरों की तुलना में 9 फीसदी कम था. यह अनुमान लगाया गया है कि घरेलू विमानन उद्योग फरवरी 2023 में 90 फीसदी के यात्री भार कारक (पीएलएफ) पर संचालित हुआ, जबकि फरवरी 2022 में यह 85 फीसदी और फरवरी 2020 में 88 फीसदी था."
घरेलू यातायात का दृष्टिकोण सुधारकर स्थिर किया
उपरोक्त तथ्यों के आधार पर कहा जा सकता है कि घरेलू यात्री यातायात में तेजी से सुधार और मूल्य निर्धारण शक्ति में सुधार के कारण, आईसीआरए ने हाल ही में भारतीय विमानन उद्योग पर अपने दृष्टिकोण को संशोधित कर नकारात्मक से स्थिर कर दिया था. उद्योग को वित्त वर्ष 2023 में 110-130 अरब रुपये के शुद्ध नुकसान की रिपोर्ट करने का अनुमान है, लेकिन यह आईसीआरए के 235 अरब रुपये के पहले अनुमानित शुद्ध नुकसान से काफी कम है. वित्त वर्ष 2024 में उद्योग को 50-70 अरब रुपये के कम शुद्ध नुकसान की रिपोर्ट करने की उम्मीद है.
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