Donald Trump: डोनाल्ड ट्रम्प के टैक्स दोगुना करने की धमकी का भारत पर क्या होगा असर, कहां हो सकता है नुकसान
Tariff War: पिछले कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रम्प ने हार्ले डेविडसन पर टैक्स को लेकर भारत से लड़ाई की थी. साथ ही हमें उन देशों की लिस्ट से भी बाहर कर दिया था, जो अमेरिका में ड्यूटी फ्री सामान भेज सकते हैं.
Tariff War: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव नवंबर में होने वाले हैं. इस चुनाव में मुख्य टक्कर डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) और कमला हैरिस (Kamala Harris) के बीच है. डोनाल्ड ट्रम्प एक बार अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं. उस दौरान वह अमेरिकी सामानों पर भारत में लगने वाले टैक्स की कई बार आलोचना कर चुके थे. अब उन्होंने अपने चुनावी अभियान में एक बार फिर से यह मुद्दा छेड़ा है. डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि अगर वह राष्ट्रपति बने तो भारत के सामानों पर टैक्स दोगुना कर देंगे. साथ ही चीन के खिलाफ वह और ज्यादा टैक्स लगाएंगे. हालांकि, विशेषज्ञों का दावा है कि इस बढ़ोतरी से भारत की जीडीपी में थोड़ी कमी तो आएगी लेकिन, कोई खास नुकसान नहीं होगा.
साल 2028 तक भारत की जीडीपी सिर्फ 0.1 फीसदी ही नीचे जाएगी
ब्लूमबर्ग इकोनॉमिक्स के अनुसार, भारत की इकोनॉमी पर ट्रम्प टैरिफ का ज्यादा असर नहीं दिखाई देगा. अगर वह चुनाव जीतकर भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों पर नए टैक्स लगाते हैं तो 2028 तक भारत की जीडीपी सिर्फ 0.1 फीसदी ही नीचे जाएगी. डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा था कि वह चीन में बने सामानों पर 60 फीसदी और अन्य देशों पर 20 फीसदी टैक्स लगा देंगे. उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की तारीफ तो की लेकिन कहा कि वह बहुत ज्यादा टैक्स लेते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, नए टैक्स लागू होने के बाद भारत-अमेरिका व्यापार में मामूली कमी आएगी.
हार्ले डेविडसन पर टैक्स को लेकर पहले भी कर चुके हैं भारत से लड़ाई
डोनाल्ड ट्रम्प ने हार्ले डेविडसन (Harley Davidson) का उदाहरण देते हुए कहा था कि यह कंपनी भारत में लगने वाले जबरदस्त टैक्स की वजह से ज्यादा गाड़ियां नहीं बेच पा रही है. उन्होंने भारत को सबसे ज्यादा टैक्स लेने वाला देश भी बताया. उन्होंने कहा कि हम ऐसे देशों के खिलाफ नए टैक्स लेकर आएंगे, जो अमेरिकी सामानों पर ज्यादा कर वसूलते हैं. साल 2019 में डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत को उन दक्षिण एशियाई देशों की लिस्ट से भी बाहर कर दिया था, जो कि अमेरिका में ड्यूटी फ्री सामान भेज सकते हैं. इसके बाद भारत ने भी कई प्रोडक्ट पर टैक्स बढ़ा दिया था. पिछले साल अमेरिका ही भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर रहा है. दोनों देशों के बीच करीब 127 अरब डॉलर का कारोबार हुआ है.
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