Upcoming IPO Update: आईपीओ बाजार (IPO Market) में पिछले 02 महीने से कोई खास हलचल नहीं है. शेयर बाजारों (Share Market) में बदले ट्रेंड के चलते कई कंपनियों ने फंड जुटाने की अपनी तैयारी भी टाल दी है. हालांकि अब जल्दी ही आईपीओ बाजार का यह सूखा समाप्त होने वाला है. अगले एक से डेढ़ महीने के दौरान करीब 9 कंपनियां बाजार में अपना-अपना आईपीओ लाने जा रही हैं और ये कंपनियां आईपीओ के माध्यम से 17 हजार करोड़ रुपय से ज्यादा की रकम जुटाने की तैयारी में हैं.


इससे पहले दिसंबर में आए थे आईपीओ


दरअसल कुछ कंपनियां करीब दो महीने पहले दिसंबर में आईपीओ लेकर आई थीं. हालांकि शेयर बाजार के खराब प्रदर्शन (Share Market Fall) के बीच ये आईपीओ इन्वेस्टर्स (IPO Investors) को लुभा नहीं पाए थे. यही कारण है कि आईपीओ लाने की कतार में खड़ी कंपनियां सतर्क हो गई हैं. वैसे भी, जब बाजार में नरमी चलती है तो आईपीओ बाजार की गतिविधियां कम हो ही जाती हैं.


ये कंपनियां ला रही हैं आईपीओ


आंकड़ों के अनुसार, अगले 4 से 6 महीने के दौरान जो कंपनियां बाजार में आईपीओ लाने की तैयारी कर रही हैं, उनमें एवलॉन टेक्नोलॉजीज (Avalon Technologies), कैपिलरी टेक्नोलॉजीज (Capillary Technologies), कोजेंट सिस्टम्स (Cogent Systems), डिवजी टॉर्क ट्रांसफर सिस्टम्स (Divgi TorqTransfer Systems), मैनकाइंड फार्मा (Mankind Pharma), नेक्सस मॉल्स रीट (Nexus Malls RIET), सिग्नेचर ग्लोबल (Signature Global), टीवीएस लॉजिस्टिक्स (TVS Logistics) और उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक (Utkarsh Small Finance Bank) शामिल हैं.


इस तरह होंगे आईपीओ के साइज


इनमें से सबसे बड़ा आईपीओ मैनकाइंड फार्मा का हो सकता है, जिसका आकार करीब 5 हजार करोड़ रुपये रहने की उम्मीद है. इसी तरह नेक्सस मॉल्स रीट और टीवीएस लॉजिस्टिक्स 4-4 हजार करोड़ रुपये के आईपीओ ला सकती हैं. इनके अलावा सिग्नेचर ग्लोबल 01 हजार करोड़ रुपये, एवलॉन टेक्नोलॉजीज व कैपिलरी टेक्नोलॉजीज 850-850 करोड़ रुपये, डिवजी टॉर्क ट्रांसफर सिस्टम्स व उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक 500-500 करोड़ रुपये और कोजेंट सिस्टम्स 350 करोड़ रुपये का आईपीओ ला सकती हैं.


ऐसा रहा जनवरी और फरवरी


इससे पहले जनवरी महीने के दौरान बाजार में एक भी आईपीओ नहीं आया. फरवरी महीना भी समाप्त होने वाला है और इस महने भी बाजार में कोई आईपीओ नहीं देखने को मिला. इस दौरान बाजार में अडानी समूह (Adani Group) की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का एक एफपीओ (Adani Enterprises FPO) तो आया, लेकिन हिंडनबर्ग रिपोर्ट के कारण जारी विवाद के बीच कंपनी ने उसे वापस ले लिया था.


बाजार का रहा इस तरह का हाल


बाजार की बात करें तो 01 जनवरी से अब तक निफ्टी50 सूचकांक (Nifty50 Index) 04 फीसदी से ज्यादा गिरा हुआ है. वहीं निफ्टी मिडकैप (Nifty Midcap) और निफ्टी स्मॉलकैप (Nifty Smallcap) में क्रमश: 05 फीसदी और 06 फीसदी की गिरावट आई है. इस दौरान विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) 28 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की बिकवाली कर चुके हैं.