Demonetisation Update: सरकार को संसद को बताया है 8 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी के ऐलान के बाद 8 नवंबर 2016 से लेकर 30 दिसंबर 2016 के बीच 3,74,14,844 जनधन खातों में खुल 42,187 करोड़ रुपये जमा कराये गए हैं. डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू के मुताबिक विभिन्न रिपोर्टिंग संस्थाओं से संदिग्ध लेनदेन पर प्राप्त सूचना के आधार पर ये जानकारी मिली है.
वित्त राज्यमंत्री भागवत कराड ने संसद को बताया कि कैश ट्रांजैक्शन को लेकर सूचना इकठ्ठा की गई है, सूचना, सूचना प्रौद्योगिकी का व्यापक उपयोग और पहचान के लिए डेटा विश्लेषणात्मक उपकरण के जरिए हाई रिस्क वाले डाटा का मिलान और विश्लेषण किया गया है. कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ संदिग्ध मामलों के शीघ्र सत्यापन के लिए रिपोर्ट साझा की गई है.
दरअसल लोकसभा सांसद दयानिधि ने वित्त मंत्री से ये सवाल पूछा था कि क्या मंत्रालय, आरबीआई या फिर नीति आयोग ने कोई एनालसिस किया है कि 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री जनधन खाते में कितने 5,00 और 1,000 रुपये के पुराने नोट जमा कराये गए हैं. साथ ही मार्च 2016 से लेकर नवंबर 2016 के बीच खोले गए जनधन खातों की स्टडी या फोरेंसिक जांच की गई है. साथ ही नवंबर 2016 और मार्च 2021 के बीच कितने खाते खोले गए हैं.
क्या विभिन्न राज्य सहकारी समितियों के माध्यम से जमा और नई मुद्रा की निकासी विमुद्रीकरण का मंत्रालय, आरबीआई या नीति आयोग के पास कोई डेटा है? उसके जवाब में वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक 10 नवंबर 2016 से लेकर 31 दिसंबर 2016 के बीच 32 स्टेट कोओपरेटिव बैंकों में 6,407 करोड़ रुपये के 500 और 1000 रुपये को पुराने नोट एक्सचेंज और जमा कराये गए हैं.
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