फेस्टिवल सीजन के दौरान कंज्यूमर गुड्स में मांग में इजाफा का असर नौकरियों पर भी दिखेगा. ई-रिटेल कंपनियां अमेजन, फ्लिपकार्ट और थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स कंपनियां मिल कर इस सीजन में तीन लाख से ज्यादा रोजगार पैदा करेंगीं. कोरोना संक्रमण की वजह से ऑनलाइन खरीदारी में तेजी देखी जा रही है और फेस्टिवल सीजन में यह और बढ़ जाएगी. कंस्टलिंग फर्म Redseer के मुताबिक ग्राहकों तक सामानों की डिलीवरी के लिए इन रिटेल और लॉजिस्टिक्स कंपनियों को कम से कम 3 लाख लोगों की जरूरत पड़ेगी.


फेस्टिवल सीजन में 2 करोड़ 20 लाख तक पहुंच जाएगी डेली शिपमेंट


Redseer के मुताबिक कोरोना संक्रमण से पहले के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियां रोजाना 37 लाख शिपमेंट करती थीं,जो कोविड के दिनों में बढ़ कर 51 लाख हो गईं. फेस्टिवल सीजन के दौरान हर दिन इसके बढ़ कर दो करोड़ बीस लाख शिपमेंट तक पहुंचने की उम्मीद है. पिछले फेस्टिवल सीजन में रोजाना औसतन शिपमेंट एक करोड़ 20 लाख थी.


सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स कंपनियों में सबसे ज्यादा हायरिंग


मांग में इजाफा को देखते हुए ई-रिटेल कंपनियों ने हायरिंग तेज कर दी है. खास कर सप्लाई चेन और लॉजिस्टिक्स के काम से जुड़े लोगों की बहाली की जा रही है. फ्लिपकार्ट ने हाल में ही कहा था कि वह अपने सप्लाई चेन के ऑपरेशन के लिए 70 हजार लोगों की बहाली करेगी. फ्लिपकार्ट हर साल अक्टूबर में बिग बिलियन डेज सेल शुरू करती है. अपनी डिलीवरी को तेज करने के लिए अमेजन ने फेस्टिवल सीजन के लिए 200 नए डिलीवरी स्टेशन बनाए हैं. Redseer का अनुमान है फेस्टिवल सीजन के दौरान 60 फीसदी हायरिंग डिलीवरी और लॉजिस्टिक्स ऑपरेशन में होगी. बाकी हायरिंग कस्टमर सर्विस और वेयरहाउसिंग में होगी.


भारत पेट्रोलियम के निजीकरण अभियान को झटका, Rosneft और अरामको की दिलचस्पी कम हुई


चाइनीज बैंकों ने कहा, अनिल अंबानी से 5000 करोड़ रुपये वसूलने के लिए अपनाएंगे हर कानूनी रास्ता