Economic Survey 2021-22: सोमवार 31 जनवरी 2022 को संसद का बजट सत्र ( Budget Session) शुरु हो रहा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरूआत होगी. उनके भाषण के समाप्ति के कुछ देर बाद लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman) साल 2021-22 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey)  रिपोर्ट पेश करेंगी. बजट ( Budget)के ठीक एक दिन पहले पेश होने वाले इकोनॉमिक सर्वे (Economic Survey) से खुलासा होगा कि भारतीय अर्थव्यवस्था ( Indian Economy) ने मौजूदा वित्तीय साल में कैसा प्रदर्शन किया है और आने वाले समय में इसकी दिशा दिशा कैसी रहेगी. 


केवल एक वॉल्यून में इकोनॉमिक सर्वे
आपको बता दें आर्थिक सर्वे जब तैयार होना था उसी समय पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन 10 दिसंबर 2021 को अपना कार्यकाल खत्म होने के बाद पद खाली छोड़ चले गए. सरकार ने आर्थिक सर्वे के संसद में पेश होने के तीन दिन पहले वी अनंत नागेश्वरन को नए मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया है. आपको बता दें इकोनॉमिक सर्वे हर बजट से पहले दो वॉल्यूम में पेश किया जाता है. आर्थिक सर्वे को मुख्य आर्थिक सलाहकार की टीम तैयार करती है लेकिन क्योंकि ये पद खाली था इस वजह से इस बार आर्थिक सर्वेक्षण केवल एक वॉल्यूम में पेश किया जाएगा जो वित्त मंत्रालय के प्रिंसिपल इकोनॉमिक एडवाइजर ने तैयार किया है. 


2022-23 में 9 फीसदी जीडीपी
माना जा रहा है कि इस बार के इकोनॉमिक सर्वे में में 2022-23 में 9 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया जा सकता है. वहीं बीते साल तब इकोनॉमिक सर्वे पेश किया गया था तो 2021-22 में 11 फीसदी जीडीपी रहने का अनुमान जताया गया था. हालांकि सांख्यिकी मंत्रालय के मुताबिक इस वर्ष 9.2 फीसदी विकास दर रह सकता है. वहीं इस बार के आर्थिक सर्वे में ये भी बताया जाएगा कि 2021-22 के वित्त वर्ष के शुरू होते ही देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रभाव अर्थव्यवस्था पर देखने को मिला. लेकिन जुलाई के बाद बहुत तेजी के साथ अर्थव्यवस्था ने रिकवरी दिखाई. 


बहरहाल वित्त मंत्री के संसद में आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट पेश करने के बाद दोपहर 3.30 बजे देश के नए मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन मीडिया के मुखातिब होंगे जिसमें वे अर्थव्यवस्था की चुनौतियों और नए अवसरों का ब्यौरा पेश करेंगे. 


ये भी पढ़ें


Budget 2022: क्या होता है Economic Survey और क्यों बजट से एक दिन पहले किया जाता है पेश?


Budget 2022: शहरी इलाकों में बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए बजट में किया जा सकता है अर्बन मनरेगा योजना का ऐलान!