चीन के साथ तनातनी के बावजूद भारत से उसका आयात तेजी से बढ़ रहा है. चीन पिछले कुछ महीनों से भारत से लौह अयस्क, स्टील, तांबा, प्लास्टिक और केमिकल्स का बड़ी मात्रा में आयात कर रहा है. इतने बड़े आयात से भारत में घरेलू मैन्यूफैक्चरर्स के सामने कच्चे माल की कमी हो सकती है.
चीन का भारत से आयात 30 फीसदी बढ़ा
DGFT के आंकड़ों के मुताबिक चीन का भारत से आयात 30 फीसदी से भी ज्यादा बढ़ गया है. फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन यानी FIEO के मुताबिक भारत से फिनिश्ड गुड्स की जगह कच्चा माल निर्यात कर रहा है. इससे घरेलू उद्योगों के सामने कच्चे माल की कमी पैदा सकती है. यह आत्मनिर्भर भारत अभियान में भी रोड़ा बन सकता है.
इस साल पिछली तिमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में भारत का निर्यात 30 फीसदी घटा है. लेकिन चीन को भारत का निर्यात 30.7 फीसदी बढ़ गया है. पिछले साल के मुकाबले चीन को भारत की ओर से आयरन एंड स्टील का एक्सपोर्ट पिछले 78 फीसदी बढ़ गया. वहीं प्लास्टिक का एक्सपोर्ट 93 फीसदी और तांबे का एक्सपोर्ट 789 फीसदी बढ़ गया.
भारत के आत्मनिर्भरता अभियान को लग सकता है झटका
मजेदार बात यह है कि लौह अयस्क को छोड़ कर सभी चीजें आम तौर पर भारत चीन से आयात करता है लेकिन इस बार उल्टा हो रहा है. चीन भारत से आयात कर रहा है. हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन की यह चाल भी हो सकती है. इसके जरिये वह भारत के मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर को चोट पहुंचा सकता है.
चीन की अर्थव्यवस्था को कोरोना से भारी चोट पहुंचने की आशंका थी. लेकिन दूसरे देशों की तुलना में उसकी अर्थव्यवस्था ने इसका सामना अच्छी तरह से किया और अब वहां 3.2 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया जा रहा है. अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए चीन अपनी मैन्यूफैक्चरिंग कैपसिटी को और मजबूत कर रहा है. लिहाजा वह भारत से कच्चा माल मंगाने में लगा है.
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