कोरोना वायरस की नई लहर की वजह से देश में संक्रमित लोगों की संख्या रिकार्ड स्तर पर पहुंच चुकी है. कई राज्यों में संक्रमण कम करने के लिए पाबंदियां लगाई जा रही है, इस वजह से मॉल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में जाने वालों की संख्या कम हो गई है. इसका सबसे ज्यादा असर मॉल्स की बिक्री पर पड़ा है. कई शहरों में ग्राहक मॉल में जाने से बच रहे हैं. इससे शॉपिंग मॉल्स की बिक्री पहली तिमाही में 20 से 25 फीसदी घट सकती है.
मॉल के ग्राहकों में 15 से 30 फीसदी गिरावट
शॉपिंग मॉल्स के मालिकों और रिटेलरों का कहना है कि पिछले तीन सप्ताह के दौरान मॉल और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में जाने वालों की संख्या 15 से 30 फीसदी घट गई है. कर्नाटक और तमिलनाडु में प्रेस्टिज ग्रुप के मॉल में आने वाले लोगों की संख्या घट कर 30 फीसदी कम हो गई है. उनका कहना हालात पिछले साल जैसे ही हैं. पिछले साल जून में जब धीरे-धीरे लॉकडाउन हटना शुरू हुआ था तो मॉल में लोगों के आने की शुरुआत हो गई थी. हालांकि उनकी संख्या बहुत कम थी.
राज्यों में प्रतिबंधों की वजह से गिरी बिक्री
अप्रैल-महीने के समय को बिक्री के लिहाज से अच्छा माना जाता है. जनवरी-फरवरी के सुस्त बिक्री के माहौल के बाद इन महीनों में बिक्री बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही थी लेकिन महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में संक्रमण रोकने के लिए लगाए जा रहे नाइट कर्फ्यू और साप्ताहिक प्रतिबंधों की वजह से शॉपिंग मॉल्स में आने वाले लोगो की संख्या काफी घट गई है. बेंगुलुरू में मॉल्स की एक चेन चलाने वाली कंपनी ने कहा कि मार्च-अप्रैल से पहले उनके शॉपिंग मॉल्स में आने वालों लोगों की संख्या प्री-कोविड लेवल तक आ गई थी लेकिन यह संख्या फिर घट गई है. शॉपिंग मॉल्स की बिक्री में इससे 25 से 30 फीसदी की कमी आने की आशंका है. अगर संक्रमण की वजह से लॉकडाउन बढ़ाया जाता है तो और नुकसान हो सकता है.
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