अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने साल 2021 और 2022 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर में बढ़ोतरी का अनुमान जताया है. आईएमएफ का अनुमान है कि 2021 में भारत की अर्थव्यवस्था को 11.5 फीसदी और 2022 में 6.8 फीसदी तक का उछाल मिल सकता है. कोरोना महामारी के बीच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत एकमात्र देश है, जहां की अर्थव्यवस्था इस साल दहाई अंक में बढ़ेगी.


आईएमएफ की वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2021 में 8.3 फीसदी की अनुमानित विकास दर के साथ चीन भारत के बाद दूसरी सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था होगी. 2022 में भी भारत की अर्थव्यवस्था चीन से आगे रहेगी. भारत की वैश्विक विकास दर 6.8 फीसदी रहने का अनुमान है, वहीं चीन की विकास दर 5.6 फीसदी रह सकती है.


हालांकि भारत में 2020 के लिए -8 फीसदी की नकारात्मक वृद्धि दर का अनुमान लगाया गया है. 2020 में भारत की तुलना में अधिक नकारात्मक विकास दर वाले अन्य देशों में यूनाइटेड किंगडम (-10 फीसदी), स्पेन (-11.1 फीसदी), इटली (-9.2 फीसदी), फ्रांस (-9 फीसदी), मैक्सिको (- 8.5 फीसदी) शामिल हैं. वहीं चीन में 2.3 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है.


दुनिया की अर्थव्यवस्था का हाल
कोरोना संकट के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था 2021 में 5.5 फीसदी और 2022 में 4.2 फीसदी बढ़ने का अनुमान है. 2021 का पूर्वानुमान पिछले पूर्वानुमान से 0.3 फीसदी का बदलाव है. संयुक्त राज्य अमेरिका 2020 में -3.4 फीसदी की नेगिटेव ग्रोथ का अनुमान है. हालांकि यहां 2021 में 5.1 फीसदी और 2022 में 2.5 फीसदी विकास दर बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है. जबकि यूरो क्षेत्र का 2020 में अनुमानित नकारात्मक विकास दर 7.2 फीसदी होने की उम्मीद है. 2021 में 4.2 फीसदी और 2022 में 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है.


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