इंडसइंड बैंक प्रिफरेंशियल इश्यू के जरिये अपने शेयर बेच कर 3288 करोड़ रुपये जुटाएगा. बैंक के प्रीफरेंशियल शेयर की कीमत 524 रुपये रखी गई है. कोविड-19 जैसे संकट के दौर अपना कैपिटल बफर बढ़ाने के लिए बैंक ने कुछ संस्थागत निवेशकों को प्रति शेयर 524 रुपये की दर प्रिफरेंशिय शेयर इश्यू करने का फैसला किया है. बैंक का प्रमोटर हिंदुजा ग्रुप भी इस इश्यू का सब्क्राइव करेगा ताकि अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी को बरकरार रख सके.
अमेरिका स्थित हेज फंड रूट वन 935 करोड़ रुपये खर्च कर बैंक में 10 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगा. आरबीआई ने इसे इसकी अनुमति दे दी है. आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल भी 850 करोड़ रुपये का निवेश कर रहा है.
इंडसइंड का प्रमोटर हिंदुजा ग्रुप 15 फीसदी हिस्सेदारी रखेगा बरकरार
बैंक का प्रमोटर समूह हिंदुजा कैपिटल और इंडसइंड इंटरनेशनल अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी बरकरार रखने के लिए 792 करोड़ रुपये निवेश करेगा. टाटा इनवेस्टमेंट कॉरपोरेशन 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगा जबकि एआईए कंपनी 410 करोड़ रुपये का निवेश करेगी. इस बीच, इंडसइंड बैंक का पहली तिमाही मुनाफा घटकर करीब 68 फीसदी रह गया है. एनपीए के एवज में प्रावधान बढ़ने से बैंक का मुनाफा घटा है.
जून तिमाही में इंडसइंड बैंक का मुनाफा 460.64 करोड़ रुपये रहा. इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में बैंक को 1,432.50 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था. हालांकि, इंडसइंड बैंक की आय बढ़कर 8,680.92 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 की इसी तिमाही में 8,624.62 करोड़ रुपये थी.
एनपीए चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में घटकर शुद्ध कर्ज के अनुपात में 0.86 फीसद रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 1.23 फीसदी था. बैंक का फंसे कर्ज और अन्य आकस्मिक व्यय के ले प्रावधान 30 जून, 2020 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 2,258.88 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 430.62 करोड़ रुपये था.