लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियों को लगे झटक का असर कंपनियों की कमाई पर पड़ा है. अप्रैल-जून तिमाही में भारतीय कंपनियों का मुनाफा और राजस्व दोनों घटा है. कई बड़ी कंपनियों को काफी घाटा हुआ है.मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, भारती एयरटेल, जेएसडब्ल्यू स्टील और इंटर ग्लोब एविएशन वे कंपनियां हैं, जिनके बिजनेस को काफी नुकसान हुआ है. हालांकि कुछ कंपनियों ने कोविड-19 की वजह से लगे आर्थिक झटके को काफी हद तक सहने में कामयाबी हासिल की है.


कंपनियों ने सप्लाई चेन में सुधार की कोशिश शुरू की 


एशियन पेंट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी कंपनियों के वॉल्यूम में 7 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि उन्होंने अनुमान लगाया था कि साल की जून तिमाही में इसमें 13 फीसदी की गिरावट आएगी.350 कंपनियों (बैंक और फाइनेंशियल कंपनियों को छोड़ कर) का पहली तिमाही में रेवेन्यू 32 फीसदी घट गया जबकि मुनाफे में 62 फीसदी की गिरावट आई.मारुति सुजुकी का कुल रेवेन्यू 79 फीसदी घट गया वहीं वॉल्यूम 81 फीसदी घट गया. टीवीएस का रेवेन्यू 68 फीसदी घट गया. वॉल्यूम में 71 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.  भारत अनलॉक 3.0 में प्रवेश कर रहा है लेकिन कंपनियों के रेवेन्यू और मुनाफे की हालत नहीं सुधऱ रही है.


मारुति सुजुकी की मांग में इजाफा 


इस बीच कंपनियां अपना सप्लाई चेन सुधारने की कोशिश में लगी हैं. वे ज्यादा कर्मचारियों को काम पर लगा रही हैं. लार्सन टुब्रो में वर्कफोर्स में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. मारुति का कहना है कि कारों की डिमांड प्री- लॉकडाउन की मांग के 80 से 90 फीसदी तक पहुंच गई है. कार कंपनियां इस वक्त हर दिन 4000 गाड़ियों का उत्पादन कर रही है.कंपनियां लगातार अपनी लागत को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही हैं.  लागत घटाने की वजह से एसीसी सीमेंट का प्रदर्शन इस बार अच्छा रहा है. बजाज ऑटो का मुनाफा भी उम्मीद से अच्छा रहा है.