कोरोना महामारी के बाद लोगों के काम करने के तरीके में काफी बदलाव आया है. पूरी दुनिया में वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का कल्चर इसके बाद तेजी से बढ़ा. हालांकि हर किसी को यह नया वर्क कल्चर (Work Culture) खास पसंद नहीं है. एक हालिया सर्वे के अनुसार तो वर्क फ्रॉम होम या हर रोज ऑफिस से काम (Work From Office) करना दोनों तरीकों को पसंद करने वालों की संख्या काफी कम है.
सप्ताह में इतने दिन ऑफिस जाना पसंद
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट सीबीआरई इंडिया ने इस बारे में हाल ही में एक सर्वे (CBRE India Survey) किया. इसके बाद फर्म ने वॉयसेज फ्रॉम इंडिया: हाउ विल पीपल लिव, वर्क एंड शॉप इन द फ्यूचर (Voices from India: How will people live, work and shop in the future?) नाम से रिपोर्ट जारी की. इस सर्वे में 1,500 से ज्यादा लोगों का सैंपल साइज रखा गया. सर्वे में ज्यादातर लोगों ने हाइब्रिड मॉडल को पसंद किया. करीब 70 फीसदी लोगों ने कहा कि वे सप्ताह में कम से कम तीन दिन ऑफिस जाना चाहते हैं और बाकी के दिन घर से काम करना चाहते हैं.
इतने लोगों को हाइब्रिड मॉडल पसंद
सीबीआरई के सर्वे के अनुसार, पूरी तरह से ऑफिस जाकर काम करने को महज 15 फीसदी लोगों ने और पूरी तरह से घर से काम करने को सिर्फ 8 फीसदी लोगों ने ही पसंद किया. इसके उलट हाइब्रिड वर्किंग मॉडल को करीब 78 फीसदी उत्तरदाताओं ने पसंद किया. हाइब्रिड वर्किंग मॉडल का मतलब कुछ दिन ऑफिस जाकर और कुछ दिन घर से काम करना होता है. कोरोना महामारी के बाद यह मॉडल खासा लोकप्रिय हुआ है.
इन कारणों से ऑफिस जाते हैं लोग
सर्वे में लोगों ने बताया कि ऑफिस जाने से काम करने की दक्षता बढ़ती है. इसके अलावा लोगों के साथ आमने-सामने बात करने की सुविधा मिलती है और सहकर्मियों के साथ बेहतर संपर्क स्थापित होता है. ऑफिस जाकर काम करने की यही तीन मुख्य वजहें हैं. इसके अलावा कार्यस्थल पर सुरक्षा के बेहतर उपाय और वातावरण से जुड़ी सुविधाएं भी नियमित तौर पर ऑफिस जाने के लिए प्रेरित करने के प्रमुख कारणों में से हैं.
सैलरी के कारण करते हैं जॉब का सेलेक्शन
सर्वे में लोगों से यह भी पूछा गया कि कोई नौकरी को चुनने के पीछे का मुख्य कारण क्या होता है, जिसका जवाब ज्यादातर लोगों ने सैलरी दिया. करीब 60 फीसदी लोगों ने माना कि कोई जॉब को चुनने के पीछे सैलरी सबसे बड़ा कारण है. रिमोटली काम करने के कल्चर में आई तेजी के कारण अब कर्मचारी जॉब चुनते समय कंपनी के प्रबंधन के बारे में भी विचार करने लगे हैं.