Old Coin Value: अक्सर हम ऐसी खबरें पढ़ते हैं जिसमें कहा जाता है कि अगर आपके पास कोई पुराना सिक्का रखा है तो वो आपको लखपति या करोड़पति बना सकता है. ऐसा सुनते ही शायद आप भी तुरंत अपने घर में रखे बेहद पुराने सिक्के और नोट पर नजर दौड़ाने लग जाते होंगे. लेकिन आपके बता दें कि हर पुराना सिक्का आपको सिर्फ मालामाल ही नहीं करता बल्कि कई बार उनकी कीमत आपके अनुमानों से भी काफी ज्यादा निकलती है.


हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह के सिक्कों के लिये पुराने सिक्कों के शौकीन ऊंची कीमत देने को तैयार होते हैं. खबरों के मुताबिक, इस साल जून में एक सिक्का पूरी दुनिया की खबरों में छा गया था. दरअसल ये सिक्का एक ऑक्शन में करीब 2 करोड़ डॉलर में बिका था.


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2 करोड़ डॉलर में बिकने वाला वो सिक्का डबल ईगल अमेरिका में आधिकारिक रूप से जारी हुआ आखिरी सोने का सिक्का था, जो 1933 मे जारी हुआ था. चलन में आने से पहले सरकार ने इनके सार्वजनिक इस्तेमाल के खिलाफ फैसला लिया और इन सभी सिक्कों को हटा लिया गया.


हालांकि कुछ सिक्के बच गये जिनकी कीमत आज करोड़ों में है. निवेशक ऐसे किसी सिक्के या नोट को लेकर ज्यादा उत्सुक रहते हैं जिसे किसी बड़े बदलाव के सबूत की तरह प्रदर्शित किया जा सके. या फिर उन्हें किसी घटना या बदलाव के साथ जोड़ा जा सके. यही नहीं उनकी संख्या दुनिया में बेहद कम होनी चाहिए.


दुर्लभ नोट या सिक्का


एक ऑक्शन के दौरान 20 डॉलर के एक नोट की कीमत 57 हजार डॉलर से भी ऊपर पहुंच गयी थी. दरअसल छपाई के दौरान गलती से कागज पर एक स्टीकर गिर गया था और वो भी नोट पर बाकी चीजों के साथ प्रिंट हो गया. बाद में एक छात्र को वो नोट एटीएम से मिला था.


छपाई के दौरान ऐसी गलती वाले नोट को obstructed error notes कहा जाता है. ये नोट इसलिये दुर्लभ होते हैं क्योंकि गलती होने पर उस नोट या सिक्के को नष्ट कर दिया जाता है. फिर भी अगर कभी भी ऐसे सिक्के और नोट किसी भूल की वजह से चलन में आ जाते हैं तो मूल्यवान हो जाते हैं. ऐसे नोटों की कीमत इस बात पर तय होती है कि उस पर होने वाली भूल कितनी बड़ी है.


खास व्यक्ति से जुड़ा दुर्लभ सिक्का


1933 में छपे गवर्नर जे डब्लू कैली के दस्तखत वाले 1 रुपये और 1943 में जारी सी डी देशमुख के हस्ताक्षर वाले 10 रुपये के नोट के लिये भी लोग ऊंची कीमत देने को तैयार हैं. बेहद कम समय के लिये बने अधिकारी के हस्ताक्षर या राजा के द्वारा जारी किये गये सिक्के जिन्होने आगे कोई अहम काम किया हो, वो कीमती और दुर्लभ की श्रेणी में आ सकते हैं.


सबसे जरूरी बात


दुलर्भ सिक्कों की कीमत मांग और सप्लाई पर सीधे तौर से निर्भर होती है. साथ ही ये देश के कानून, सिक्कों की दुर्लभता, सिक्के और नोटों की स्थिति, जैसी कई बातों पर निर्भर करता है. भारत समेत तमाम देश दुलर्भ वस्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध भी लगाते हैं. हर देश में दुलर्भ वस्तुओं की एक तय परिभाषा होती. गंभीर निवेशक इन सभी बातों पर ध्यान देते हैं. हालांकि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आपके पुराने सिक्के किसी काम नहीं आएंगे. अगर आपको भी लगता है कि आपके पास कोई दुलर्भ सिक्का या नोट है तो पहले किसी सिक्कों के इतिहास के जानकार से उसकी जांच करायें और आगे के बारे में उनसे राय लें.