RBI Policy: भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक कल सोमवार से शुरू हुई थी और कल इसके नतीजों का एलान होगा. आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी के नतीजों में सबकी नजरें इस बात पर हैं कि इस बार रिजर्व बैंक नीतिगत दरों यानी रेपो रेट में कितना इजाफा करने जा रहा है. देश में लगातार बढ़ती महंगाई दर से निपटने के लिए आरबीआई लगातार ब्याज दरों में इजाफा करता आ रहा है. मई 2022 से लेकर अब तक आरबीआई अलग-अलग मौद्रिक नीति में ब्याज दरें 1.90 फीसदी तक बढ़ा चुका है.
3 नवंबर को हुई थी MPC की अप्रत्याशित बैठक
हाल ही में आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की अप्रत्याशित बैठक 3 नवंबर को हुई थी और इसमें एमपीसी के सदस्यों ने महंगाई दरों के ऊपर मंथन किया और सरकार को इससे संबंधित जानकारी दी. हालांकि दिसंबर में हो रही एमपीसी की बैठक तीन दिवसीय बैठक है और ये शेड्यूल्ड मीटिंग है.
ब्याज दरों में 0.35 फीसदी तक की बढ़त का अनुमान
अधिकांश जानकारों का मानना है कि आरबीआई इस क्रेडिट पॉलिसी में ब्याज दरों में 0.25-0.35 फीसदी का इजाफा कर सकता है. इकनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक एसबीआई रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि आरबीआई 7 दिसंबर को अपने एलान में ब्याज दरें 0.35 फीसदी बढ़ाएगा. अगर ऐसा होता है तो रेपो रेट 6.25 फीसदी पर आ जाएगी जो इस समय 5.90 फीसदी पर है.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास के सामने चुनौतियां
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास के सामने इस समय कई चुनौतियां हैं और उनके पास विश्व के अन्य बैंकों का अनुसरण करने का रास्ता भी है जो लगातार अपनी ब्याज दरों में इजाफा करते जा रहे हैं. आरबीआई के तय लक्ष्य यानी 6 फीसदी की महंगाई दर के लक्ष्य को हासिल करना फिलहाल मुश्किल बना हुआ है और ये भी तथ्य है कि अक्टूबर में इसमें मामूली कमी देखी गई है.
लगातार बढ़ती जा रही है महंगाई दर
सितंबर के 7.41 फीसदी की महंगाई दर के आगे अक्टूबर में महंगाई दर घटी थी और इसमें 6.77 फीसदी का आंकड़ा देखा गया था. अब नवंबर के महंगाई दर के आंकड़ों का इंतजार है. हालांकि आम से लेकर खास तक सभी इस बात के लिए चिंतित हैं कि अगर आरबीआई कल भी ब्याज दरों यानी रेपो रेट में बड़ा इजाफा कर देता है तो उनके लिए लोन की ईएमआई कितनी ज्यादा बढ़ जाएगी.
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