दुनिया के दो बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश चीन और अमेरिका की इकोनॉमी डावांडोल है. एक तरफ, चीन में बेरोजगारी और महंगाई इतनी बढ़ गई है कि चीन की सरकार ने बेरोजगारी के आंकड़े देना बंद कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ अमेरिका के लोग भी अपने देश में महंगाई और लगातार जा रही नौकरियों से काफी परेशान हैं. 


इन सब के बीच सोने के बाजार में खरीदारी की गति तेज हुई है. महंगाई और बेरोजगारी के बीच ज्यादा से ज्यादा लोग सोने में इंवेंस्ट कर रहे हैं. हालांकि साल 2023 की पहली छमाही में अमेरिका की खराब होती अर्थव्यवस्था को देखते हुए ऐसी आशंका जताई जा रही थी कि 2023 के अंत या 2024 की शुरुआत तक वहां मंदी आ सकती है.


लेकिन वॉल स्ट्रीट के ज्यादातर बैंकों ने अब मंदी के अपने अनुमानों को कम कर दिया है और अब माना जा रहा है कि वहां की अर्थव्यवस्था को बहुत ज्यादा झटका नहीं लगने वाला है.


सोना खरीदना क्यों बन रहा खरा सौदा 


2007/2008 में निचले स्तर पर पहुंचने के बाद से अमेरिकी डॉलर में उतार-चढ़ाव होता रहा है लेकिन पिछले कुछ महीनों से वैश्विक बाजार में डॉलर की वैल्यू काफी कम हुई है. 


वैश्विक बाजार COMEX पर सोना 1,900 डॉलर प्रति औंस से 0.3 प्रतिशत बढ़कर 1,902.63 डॉलर प्रति औंस हो गया. सोने की कीमात पिछले पांच महीने में सबसे ज्यादा है. वही अमेरिकी सोना 0.3 फीसदी महंगा होकर 1,931.70 डॉलर पर पहुंच गया.


माना जाता है कि सोना और डॉलर दोनों ही सबसे सुरक्षित-संपत्ति हैं. लेकिन सोना और डॉलर दोनों एक दूसरे के साथ विपरीत संबंध रखते हैं. आसान भाषा में समझे तो जब भी डॉलर का वैल्यू घटता है, तो सोने की मांग बढ़ जाती है और सोने की कीमत भी बढ़ जाती है. 


सोने की कीमत बढ़ने का कारण है कि जब भी USD का अवमूल्यन होता है, तो निवेशक दूसरे सुरक्षित कमॉडिटीज में अपना पैसा निवेश करते हैं और सुरक्षित निवेशों की सूची में सोना सबसे ऊपर आता है.


सोने में निवेश करने के क्या है फायदे?


अभी बाजार में काफी उथल-पुथल देखी जा रही है, ऐसे में अगर आप लंबी अवधि के लिए सोना खरीदते हैं तो आपको अच्छा रिटर्न मिलने की पूरी उम्मीद है. दरअसल जब इंवेस्टमेंट की बात आती है ज्यादातर लोग गोल्ड में निवेश करना पसंद करते हैं. यहां इंवेस्टमेंट करने से उनको कई तरह से फायदा भी मिलता है. 


सोने को खरीदने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसमें लगा इंवेस्टर का पैसा सुरक्षित रहता है. भविष्‍य में जरूरत पड़ने पर आप इसके ऊपर लोन भी ले सकते हैं. वहीं पिछले पांच सालों में सोना 31,000 रुपये से 61,000 रुपये पर पहुंच चुका है. जिसका मतलब है कि सोने ने पिछले पांच सालों में दोगुने से भी ज्यादा फायदा दिया है.  


क्यों ज्यादा से ज्यादा लोग खरीद रहे हैं सोना 


आसान भाषा में समझें तो सोना यानी गोल्ड दुनिया की सबसे पुरानी कमोडिटी है और इसके जरिये कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी देश में खरीदारी कर सकता है. इसके अलावा अगर सोने में निवेश का इतिहास देखें तो इसने शानदार रिटर्न देने का काम किया है. सोने का भाव हमेशा बढ़ता ही रहता है. 


अमेरिका और चीन जैसे देश जहां महंगाई चरम पर हैं, ऐसे में वहां ज्यादातर लोग सोने में इंवेस्ट इसलिए भी कर रहे हैं क्योंकि यह बढ़ती महंगाई से बचाने का काम भी बखूबी करता है. महंगाई बढ़ने के साथ सोने की कीमत में बढ़ोतरी होती है. इसके अलावा सोने में निवेश करने के लिए बहुत ज्यादा रकम की जरूरत नहीं होती है. आप कम पैसे से भी सोने में निवेश कर सकते हैं. 


इंश्योरेंस की तरह करता है काम 


सोना संकट के समय इंश्योरेंस की तरह भी काम करता है. कोरोना महामारी के वक्त जब ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था खराब थी उस वक्त बहुत सारे लोगों को सोने ने सहारा दिया था. इसके अलावा अगर आपके पास सोना है तो आप सस्ते ब्याज पर तुरंत गोल्ड लोन ले सकते हैं. यह लोन पर्सनल लोन के मुकाबले सस्ता होता है.


भारत में गोल्ड रेट 


24 अगस्त 2023 को  भारत में चांदी खरीदने वालों के लिए अच्छा दिन है, क्योंकि मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में चांदी के दाम में गिरावट हुई है. वहीं सोने के दाम में हल्की तेजी देखी जा रही है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर आज सोना 58850 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार रहा था, जिसमें 31 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. 


चांदी की बात करें तो यह धातु सितंबर वायदा के लिए 73540 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रहा था, जिसमें 464 रुपये की गिरावट आई है. चांदी आज 73480 रुपये प्रति किलो पर ओपन हुआ और दिन का उच्च स्तर 73900 रुपये प्रति किलो रहा है. गोल्ड की बात करें तो यह कमोडिटी मार्केट में 58750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ओपन हुआ था और 58868 रुपये दिन का उच्च स्तर रहा है. 


इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड और चांदी की कीमत 


घरेलू बाजार की तरह ही इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने की कीमत में तेजी देखी जा रही है. गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय मार्केट में गोल्ड 0.36 फीसदी चढ़कर 1921 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था. इसके दिन का लो लेवल 1,912.90 डॉलर और हाई लेवल 1,922.80 डॉलर प्रति औंस रहा है.