आरबीआई के इस फैसले से सस्ता हो सकता है होम लोन, जानें क्या है नया बदलाव
इस कदम से कस्टमरों के लिए कर्ज की उपलब्धता बढ़ेगी और उनके लिए लोन सस्ता हो सकेगा. इस एलान से बैंक घर खरीदारों को अधिक कर्ज देने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
रियल एस्टेट और रिटेल सेगमेंट को उबारने के लिए आरबीआई ने रिस्क वेट में ढील दी है. यह किसी ग्राहक को दिए गए लोन के एवज में अलग से रख दी गई पूंजी होती है. इसके साथ ही रिटेल और छोटे कारोबारी लोन की सीमा बढ़ा दी है.आरबीआई के इस फैसले से होम लोन सस्ता हो सकता है.
मौजूदा नियमों के मुताबिक अलग-अलग होम लोन पर अलग-अलग रिस्क वेट होता है. इसके जोखिमों के देखते हुए बैंक को अधिक प्रोविजनिंग करनी पड़ती है. इससे बैंको की कर्ज देने की क्षमता सीमित हो जाती है.
कस्टमरों के लिए कर्ज की उपलब्धता बढ़ेगी
इस कदम से कस्टमरों के लिए कर्ज की उपलब्धता बढ़ेगी और उनके लिए लोन सस्ता हो सकेगा. इस एलान से बैंक घर खरीदारों को अधिक कर्ज देने के लिए प्रोत्साहित होंगे. इसके लिए उन्हें अपनी बैलेंसशीट पर दबाव के बारे में बहुत चिंता नहीं करनी होगी. अभी के चुनौतीपूर्ण समय में जोखिम के कारण बैंक कर्ज देने में कतरा रहे हैं. इसकी वजह यह है कि महामारी के बीच खरीदारों पर आर्थिक दबाव है.
रोजगार बढ़ाने में मददगार है यह कदम
रियल-एस्टेट सेक्टर पिछले कई सालों से परेशानियों से घिरा है. लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से लगे आर्थिक झटकों ने इसे और कमजोर कर दिया है. चूंकि रियल एस्टेट सेक्टर बड़े पैमाने पर रोजगार देता है इसलिए भी आरबीआई ने कर्ज सस्ता करने की दिशा में कदम बढ़ाया है.
रियल एस्टेट सेक्टर में मंदी और गहराई, छह शहरों में गिरी मकान की कीमतें
स्टार्ट-अप कंपनियों में चीन के निवेश को मंजूरी देने की तैयारी कर रही है सरकार