सर्विस सेक्टर के अच्छे प्रदर्शन की वजह से रोजगार को रफ्तार मिली है. नवंबर में सर्विस पीएमआई में अच्छी रफ्तार थी और इसकी वजह से सर्विस सेक्टर के रोजगार में इजाफा दिखा. अक्टूबर में सर्विस पीएमआई 54.1 पर था, जबकि नवंबर में 53.7 पर. इस वजह से इस सेक्टर की कंपनियों में भर्तियों में तेजी आई.
लॉकडाउन की वजह से मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विसेज सेक्टर दोनों से जुड़े उद्योगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा था. टूर-ट्रैवल, हॉस्पेटिलिटी और एविएशन सेक्टर में बड़ी तादाद में लोगों को नौकरियों से हाथ गंवाना पड़ा था.
नए ऑर्डर मिलने से आर्थिक गतिविधियां बढ़ीं
लेकिन अब सर्विसेज सेक्टर के उद्योगों में अब आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है. इसका असर दिख रहा है. इस सेक्टर में भर्तियों में तेजी आई है. नए ऑर्डर मिलने और आर्थिक गतिविधियां बढ़ने से कर्मचारियों की भर्ती में तेजी आई है. ऐसे में सर्विस सेक्टर में ज्यादा बहालियां शुरू की हैं. आईएचएस मार्किट के मुताबिक सर्विस सेक्टर की कंपनियों ने नवंबर में ज्यादा कर्मियों की भर्ती की.यह इस बात का संकेत है के सर्विस सेक्टर के कामकाज में सुधार हो रहा है. सर्विस सेक्टर की कंपनियों को अगले 12 महीने में बिजनेस एक्टिविटी और बढ़ने की उम्मीद है.
आईटी, रिटेल बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर में नौकरियां बढ़ीं
श्रम मंत्रालय के आंकड़ों से भी सर्विस सेक्टर में नौकरियां बढ़ने की पुष्टि होती है. श्रम मंत्रालय के मुताबिक आईटी एंड कम्यूनिकेशन, होलसेल, रिटेल बैंकिंग और बीमा, मैन्यूफैक्चरिंग और स्पेशलाइज्ड सर्विस सेक्टर में नौकरियों में इजाफा हुआ है. अक्टूबर के मुकाबले नवंबर में नौकरियों में 63 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है. नवंबर में नौकरियां 28,600 से बढ़ कर 46,537 हो गई हैं. नेशनल करियर सर्विस पोर्टल पर एक्टिव वैकेंसी की संख्या 68,811 है. इसके अलावा एनसीएस पर रजिस्टर्ड कंपनियों की संख्या बढ़ कर 71,014 हो गई है.
फॉर्च्यून-500 कंपनियों की लिस्ट में टॉप पर रिलायंस, IOC को दूसरा पायदान
जानिए देश की सबसे अमीर महिला कौन हैं, कितनी है दौलत, क्या करती हैं और कहां से आई है संपत्ति