नई दिल्लीः कोरोना वायरस महामारी और उसके कारण हुए लॉकडाउन में देश की अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला और उससे उबरने के लिए केंद्र सरकार अलग-अलग कदम उठा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर वित्त मंत्री तक बीते हफ्तों में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (MSME) की मदद की बात कर चुके हैं और आर्थिक पैकेज से लेकर नई नीतियों में इस सेक्टर पर जोर रहा है. अब इसी कड़ी में सरकार ने MSME सेक्टर के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को ज्यादा प्रभावी बनाने की व्यवस्था की है.


सिर्फ आधार नंबर से कर सकेंगे रजिस्ट्रेशन


MSME मंत्रालय ने बुधवार 1 जुलाई को उद्योगों के रजिस्ट्रेशन की ज्यादा आसान और प्रभावी व्यवस्था की शुरुआत की. मंत्रालय ने इसके लिए एक नया ऑनलाइन पोर्टल जारी किया है- udyamregistration.gov.in. इसके जरिए नए उद्यमी आसानी से खुद को सरकार के साथ रजिस्टर कर पाएंगे.


इस पोर्टल की सबसे खास बात यह है कि इसमें उद्यमियों को किसी विशेष दस्तावेज या प्रमाण देने की जरूरत नहीं होगी, बल्कि उद्यमी के 12 अंको वाले आधार नंबर की मदद से ही इसमें आसानी से रजिस्टर कर पाएंगे. यह पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन ही होगी और उद्यमी खुद ये कर पाएंगे.


ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को मिलेगा बढ़ावा


इसके साथ ही उन्हें एक विशेष रजिस्ट्रेशन नंबर भी और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा, जिसमें एक क्यूआर कोड होगा. इस कोड को स्कैन कर संबंधित उद्योग के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी. किसी भी उद्यमी को रजिस्ट्रेशन को रिन्यू कराने की जरूरत नहीं होगी.


ये पोर्टल पूरी तरह से इनकम टैक्स और GSTIN व्यवस्था से जुड़ा रहेगा. नए उद्यमियों के अलावा पहले से ही EM-II या UAM के तहत रजिस्टर उद्यमी भी इस पोर्टल में खुद को रजिस्टर कर सकते हैं.


मंत्रालय के मुताबिक इस नई व्यवस्था से न सिर्फ व्यापार की आसानी (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि आत्मनिर्भर भारत बनाने में भी मदद मिलेगी.


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