Value Mutual Funds: वैल्यू फंड्स (Value Funds) को लेकर पिछले डेढ़ साल में लोगों की दिलचस्पी अच्छी खासी बढ़ी है. 2020 से पहले तक बाजारों में तेजी का फायदा सिर्फ कुछ चुनिंदा शेयरों के समूह तक ही दिखई देता था. वैसे तो पिछले 12-18 महीनों से मार्केट में अच्छी खासी रैली देखी जा रही है. यानी कि सभी सेक्टर्स और सेगमेंट के स्टॉक में तेजी देखने को मिली है. यही वजह है कि लंबे समय से आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहे शेयरों की कीमत में कई गुना की बढ़ोतरी देखी गई. इन्हीं वजहों से वैल्यू फंड्स में भी बहार लौट आई है.


कई वैल्यू फंड्स में मझोले और छोटे शेयरों की भरमार है. जानकारों की राय में इन स्टॉक में लंबी अवधि या कम से कम 7 साल का समय लेकर निवेश करना चाहिए. ये फंड्स स्टॉक को चुनने के लिए प्राइस-टू-अर्निंग्स (PE), प्राइस-टू-बुक (P/B), रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) और दूसरे ऐसे मापदंडों का प्रयोग करते हैं. हम आपको इस सेक्टर के टॉप-5 फंड्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने इस साल 44 से 64 पर्सेंट तक का शानदार रिटर्न दिया है.


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IDFC Sterling


IDFC स्टर्लिंग वैल्यू फंड करीब 13 सालों से अधिक समय से बाजार में है और यह इस कैटेगेरी में सबसे अधिक रिटर्न देने वाला फंड है. आंकड़ों के मुताबिक, इस स्कीम ने पिछले एक साल में 64 फीसदी रिटर्न दिया है. फंड ने सबसे अधिक मिड और स्मॉल-कैप शेयरों पर दांव लगाया हुआ है. फंड के पोर्टफोलियो में फाइनेंशियल के अलावा ऑटोमोबाइल, FMCG और कंस्ट्रक्शन सेक्टर के फंड्स प्रमुखता से शामिल किए गए हैं. यह फंड 4207 करोड़ रुपये का एसेट मैनज करता है और इसके डायेरक्ट ग्रोथ फंड का एक्सपेंस रेशियो फीस 0.88 फीसदी है.


SBI Contra


SBI कॉन्ट्रा फंड ने पिछले एक साल में 58.3 फीसदी रिटर्न दिया है. यह स्कीम जुलाई 1999 से चली आ रही है. इसका ट्रैक रिकॉर्ड वैल्यू स्टॉक्स पर दांव लगाने का है. इसने अपने एसेट्स का 55 फीसदी हिस्सा मिड और स्मॉल-कैप में निवेश किया है और बाकी का हिस्सा लॉर्ज कैप शेयरों में है. फंड अलग-अलग शेयरों के अलग-अलग रणनीति अपनाता है, जिसके जरिए यह जोखिम को कम करता है. यह फंड 3,106 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज करता है, और इसका एक्सपेंश रेशियो फीस 1.47 फीसदी है.


Templeton India


टेम्पलटन इंडिया वैल्यू फंड ने पिछले एक साल में 51.9 फीसदी रिटर्न दिया है. इस फंड को शुरु हुए करीब 25 साल से अधिक समय हो गया है. इस कैटेगरी की अन्य स्कीमों के उलट यह इकलौत ऐसा फंड है, जिसमें लॉर्ज कैप शेयरों (74 फीसदी) की अधिकता है. फंड का चुनिंदा शेयरों में एक्सपोजर काफी ज्यादा है. यह 621 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज करता है और इसका एक्सपेंस रेशियो फीस 1.64 फीसदी है.


Nippon India


निप्पॉन इंडिया वैल्यू फंड पिछले एक साल में 46 प्रतिशत रिटर्न के साथ इस लिस्ट में चौथे स्थान पर है. यह फंड अपने पोर्टफोलियो का लगभग 65 फीसदी हिस्सा मिड व स्मॉल कैप शेयरों में निवेश करता है. पोर्टफोलियो में फाइनेंशियल सेक्टर के शेयरों का खासा दबदबा है. साथ ही कंस्ट्रक्शन, हेल्थकेयर और एनर्जी स्टॉक भी प्रमुख रूप से पोर्टफोलियो में शामिल हैं. यह फंड 4,368 करोड़ रुपये का एसेट मैनेज करता है और इसका एक्सपेंस रेशियो 1.32 फीसदी है.


L&T India


L&T इंडिया वैल्यू फंड ने एक साल में 44.4 फीसदी रिटर्न दिया है. यह स्कीम लार्ज कैप और मिड व स्मॉल कैप के बीच कुछ हद तक संतुलन बनाए रखती है. इसके पोर्टफोलियो में शामिल कुछ टॉप स्टॉक्स निफ्टी के हैं. यह फंड 8,009 करोड़ रुपये के एसेट को मैनेज करती है और 0.86 फीसदी शुल्क एक्सपेंस रेशियो के लिए में लेता है.


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