हीरो के सीएमडी पवन मुंजाल की बढ़ी मुसीबत, ईडी ने दिल्ली में अटैच की 25 करोड़ की 3 प्रॉपर्टी
हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पवन मुंजाल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच चल रही है. यह कार्रवाई उसी जांच के तहत की गई है...
वाहन कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के सीएमडी एवं चेयरमैन पवन मुंजाल की मुसीबतें और बढ़ गई हैं. ईडी ने दिल्ली में उनकी 3 अचल संपत्ति जब्त की है, जिनकी वैल्यू करीब 25 करोड़ रुपये है. ईडी की यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की चल रही जांच से जुड़ी बताई जा रही है.
अब तक इतनी प्रॉपर्टी हुई जब्त
हीरा मोटोकॉर्प के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक पवन कांत मुंजाल के खिलाफ ईडी पहले से मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच कर रही है. ईडी ने बताया कि प्रॉपर्टी को अटैच करने की ताजी कार्रवाई उसी जांच का हिस्सा है. ताजी कार्रवाई में ईडी ने दिल्ली स्थित तीन प्रॉपर्टी को जब्त किया है, जिनकी सम्मिलित वैल्यू 24.95 करोड़ रुपये है. इससे पहले भी पवन मुंजाल की कुछ प्रॉपर्टी जब्त की जा चुकी है. अब तक उनकी कुल 50 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी जब्त हो चुकी है.
इससे पहले अगस्त में हुई कार्रवाई
इससे पहले ईडी ने 1 अगस्त को भी पवन मुंजाल की कुछ संपत्तियां जब्त की थी. उस कार्रवाई में पवन मुंजाल व कंपनी के कुछ अन्य अधिकारियों की करीब 25 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की गई थीं. जब्त की गई संपत्तियों में कई डिजिटल सबूत भी शामिल थे. उसके बाद अब फिर से करीब 25 करोड़ रुपये की 3 संपत्तियां जब्त की गई हैं.
अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा ले जाने का आरोप
जांच एजेंसी ने बताया कि उसने डाइरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस के द्वारा की गई शिकायत के आधार पर जांच शुरू की है. डीआरआई ने मुंजाल व अन्य के खिलाफ कस्टम एक्ट के सेक्शन 135 के तहत शिकायत कराई है, जो अवैध तरीके से विदेशी मुद्रा को भारत से बाहर ले जाने से जुड़ी हुई है. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मुंजाल व अन्य लोग अवैध तरीके से 54 करोड़ रुपये के बराबर की विदेशी मुद्रा देश से बाहर ले गए थे.
इस तरीके से दिया गया अंजाम
जांच एजेंसी के अनुसार, पवन मुंजाल ने अन्य लोगों के नाम पर विदेशी मुद्रा को एक्सचेंज व इश्यू कराया था. हालांकि बाद में उन विदेशी मुद्रा का इस्तेमाल मुंजाल ने अपनी विदेश यात्राओं के दौरान निजी खर्चों पर किया था. एक ऑथोराइज्ड डीलर से एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के द्वारा विभिन्न कर्मचारियों के नाम पर विदेशी मुद्रा को इश्यू कराया गया था. बाद में करेंसी को पवन मुंजाल के रिलेशनशिप मैनेजर को सौंप दिया गया था.
रेमिटेंस स्कीम के नियम का उल्लंघन
बकौल ईडी, पवन मुंजाल का रिलेशनशिप मैनेजर विदेशी मुद्रा को कार्ड और कैश के रूप में अवैध तरीके से विदेश लेकर जाता था, जहां उन्हें पवन मुंजाल के द्वारा अपने पर्सनल या बिजनेस ट्रिप के दौरान खर्च किया जाता था. जांच एजेंसी का कहना है कि मुंजाल ने लिबरलाइज्ड रेमिटेंस स्कीम के तहत एक व्यक्ति के लिए साल भर में ढाई लाख डॉलर की लिमिट को तोड़ने के लिए यह तरीका अपनाया था.
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