कालेधन के खिलाफ बेहद बड़ी कार्रवाईः ईडी ने 110 फर्जी कंपनियों पर मारे छापे
नई दिल्लीः ऐसा लगता है कि काला धन मालिकों के बुरे दिन शुरू हो गए हैं. कई दिनों से सरकार काला धन मालिकों के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है और कालेधन के खिलाफ मोदी सरकार के आपरेशन ब्लैकमनी में बड़े खुलासे हो रहे हैं. आज इस कड़ी में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को देशभर में करीब 110 फर्जी कंपनियों पर एक साथ छापेमारी की. हालांकि एक प्रमुख समाचार एजेंसी के मुताबिक देश के 16 राज्यों में एक साथ 300 फर्जी कंपनियों पर ईडी का छापा पड़ चुका है और कार्रवाई अभी भी जारी है. ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक, इन कपंनियों पर नोटबंदी के दौरान संदिग्ध और अवैध लेनदेन में लिप्त होने का शक है. अधिकारी ने आज बताया है कि, "मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता समेत विभिन्न शहरों में कई बड़े व्यापारिक घरानों के खिलाफ छापेमारी की जा रही है."
क्यों की जा रही है ये कार्रवाई? मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा के अवैध लेनदेन के मामलों की जांच के लिए धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) और फेमा-विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (एफईएमए) के तहत छापेमारी की जा रही है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी में मुंबई में जगदीश पुरोहित नाम के शख्स के पते पर 700 फर्जी कंपनियां होने का पता चला है. सूत्रों के मुताबिक यहां से मिले दस्तावेज में एनसीपी नेता महाराष्ट्र के पूर्व उप-मुख्यमंत्री मंत्री छगन भुजबल को 46 करोड़ की एंट्री का पता चला है. आरोप हैं कि नोटबंदी के बाद काले धन को खपाने के लिए बड़ी मात्रा में इन
कालेधन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रवर्तन निदेशालय आज सुबह से ही 16 राज्यों में रजिस्टर्ड फर्जी कंपनियों के खिलाफ ईडी के सैकडों अफसर छापेमारी में लगे हैं. दिल्ली, मुंबई, कोलकाता ,चंडीगढ़, पटना, ओडिशा, बेंगलूरु, चेन्नई, कोच्चि और हैदराबाद जैसे शहरों में ईडी की टीम एक साथ कार्रवाई कर रही है. आपको बता दें कि देश से बाहर रह रहे लोगों के लिए कल पुराने नोट बदलने का आखिरी मौका था जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने देशभर में ये कार्रवाई की है.
अब तक के छापे के दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज के साथ कई सौ करोड़ के लेनदेन का ब्यौरा मिला है. छापे से अनेक सफेदपोशो में भी हंडकंप मचा हुआ है और अनेक लोगों की पोल खुलने की संभावना है. एबीपी न्यूज से बातचीत के दौरान ईडी निदेशक कर्नल सिंह ने कहा “एंट्री आपरेटर और शैल कंपनी काले धन को सफेद करने में रीढ़ की हड्डी होते हैं. ब्लैक मनी के इस खेल में जो भी शामिल पाया जायेगा बख्शा नहीं जायेगा.”