एडुटेक स्टार्टअप बायजू (Byju's) अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) के स्कैनर पर है. ईडी ने बायजू के तीन ठिकानों की तलाशी ली है, जिसमें एजेंसी को कई आपत्तिजनक दस्तावेज और संदेहास्पद डेटा मिले हैं. इसके अलावा एजेंसी को हजारों करोड़ के ऐसे निवेश की भी जानकारी मिली है, जिसमें गड़बड़ी का शक हो रहा है.


जब्त की गईं ये चीजें


ईडी ने बायजू के परिसरों पर छापेमारी के बारे में शनिवार को जानकारी दी. एजेंसी ने बताया कि उसने बायजू के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवींद्रन बायजू के बेंगलुरू स्थित कार्यालय और आवासीय परिसर पर छापे मारे. एजेंसी को वहां से आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा मिले, जिन्हें जब्त कर लिया गया. ईडी ने बताया कि यह छापेमारी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम यानी फेमा (FEMA) के प्रावधानों के तहत की गई.


कंपनी ने किया सहयोग का दावा


एजेंसी के अनुसार, जिन तीन परिसरों की तलाशी ली गई है, उनमें पंजीकृत कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड का परिसर भी शामिल है. जांच एजेंसी ने बताया कि उसने विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डेटा जब्त किए हैं. वहीं बायजू का कहना है कहा कि ईडी की कार्रवाई नियमित जांच है और कंपनी ने एजेंसी के साथ पूरी पारदर्शिता बरती है. कंपनी ने मांगी गईं सभी जानकारी उपलब्ध करा दी है.


ईडी को मिली थीं शिकायतें


ईडी ने बताया कि कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2020-21 के बाद से वित्तीय खाता तैयार नहीं किया है. ईडी के अनुसार, कंपनी के खातों का ऑडिट भी नहीं किया गया है, जो कि जरूरी होता है. कंपनी की ओर से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों का बैंकों से मिलान किया जा रहा है. यह कार्रवाई कुछ लोगों से मिली विभिन्न शिकायतों के आधार पर की गई है.


समन पर हाजिर नहीं हुए रवींद्रन


जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि सीईओ रवींद्रन बायजू को कई समन भेजे गए, लेकिन वह बचते रहे और कभी ईडी के समक्ष पेश नहीं हुए. तलाशी के दौरान पाया गया कि रवींद्रन बायजू की कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड को 2011 से 2023 के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के तहत करीब 28,000 करोड़ रुपये मिले. कंपनी ने भी इस अवधि के दौरान प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के नाम पर करीब 9,754 करोड़ रुपये देश के बाहर भेजा. कंपनी ने विज्ञापन और विपणन के नाम पर लगभग 944 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया, जिसमें देश से बाहर भेजी गई राशि भी शामिल है.


अभी इतनी है बायजू की वैल्यू


आपको बता दें कि बेंगलुरु स्थित यह कंपनी स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराती है. इसे रवींद्रन बायजू और उनकी पत्नी दिव्या गोकुलनाथ ने संयुक्त रूप से स्थापित किया था. मार्च, 2022 में कंपनी का बाजार मूल्यांकन 22 अरब डॉलर था. बायजू ने पिछले वर्ष अक्टूबर में बताया था कि वह अगले छह महीनों में 2,500 कर्मियों को निकालेगी और 10,000 शिक्षकों को भर्ती करेगी.


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