इंडियन स्टार्टअप सेक्टर के पोस्टरबॉय रही कंपनी बायजूज की दिक्कतें दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं. गंभीर आर्थिक समस्याओं से जूझ रही एडटेक स्टार्टअप कंपनी अब अपने दफ्तर बंद करने पर मजबूर हो रही है. इसकी शुरुआत बेंगलुरू से हुई है.


इतना ऑफिस स्पेस किया गया कम


ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, बायजू ने लागत कम करने के लिए ऑफिस स्पेस को कम करना शुरू किया है. कंपनी ने हाल ही में बेंगलुरू के प्रेस्टिज टेक पार्क में स्थित 4 लाख स्क्वेयर फीट का ऑफिस स्पेस खाली किया है. इस ऑफिस स्पेस की लीज को साल की शुरुआत में टर्मिनेट किया गया. डिपॉजिट का इस्तेमाल कर बकाया किराया चुकाया जा रहा है. रिपोर्ट बताती है कि कई प्रॉपर्टीज को लेकर कंपनी का लैंडलोर्ड के साथ विवाद चल रहा है.


मंथली किराया 4 करोड़ रुपये


बायजूज की पैरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न ने बेंगलुरू इस स्थित संबंधित प्रॉपर्टी को प्रेस्टिज ग्रुप से करीब साढ़े तीन साल पहले लीज पर लिया था. इस ऑफिस स्पेस के लिए कंपनी हर महीने 4 करोड़ रुपये किराया भर रही थी. बायजूज आर्थिक स्थिति बिगड़ने के चलते कई रेंटेड ऑफिस स्पेस का किराया नहीं भर पा रही है.


इस बिल्डर के साथ कानूनी विवाद


बेंगलुरू में ही कंपनी के एक और ऑफिस स्पेस पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, जो विवादों में घिरी हुई है. यह दूसरी प्रॉपर्टी 5 लाख स्क्वेयर फीट की है और शहर के कल्याणी टेक पार्क में स्थित है. इसे बायजूज ने बिल्डर कल्याणी डेवलपर्स से लीज पर लिया है. बायजूज ने पिछले 10 महीने से प्रॉपर्टी का किराया नहीं दिया है. उसके बाद कल्याणी बिल्डर्स ने 7 महीने का किराया डिपॉजिट से एडजस्ट किया है और बायजूज को लीगल नोटिस भेजा है.


वैल्यू गिराकर आया इश्यू


दूसरी ओर बायजूज को फंडिंग के मोर्चे पर थोड़ी राहत मिली है. कंपनी राइट इश्यू लेकर आई है, जो इस महीने के अंत में बंद होने वाला है. बायजूज के राइट इश्यू को विभिन्न निवेशकों से 300 मिलियन डॉलर के कमिटमेंट मिले हैं. कंपनी का प्रयास इस इश्यू से 200 मिलियन डॉलर जुटाने का था. इसके लिए बायजूज ने अपनी वैल्यूएशन को 99 फीसदी घटाकर 220-250 मिलियन डॉलर कर दिया है, जो कभी 22 बिलियन डॉलर हो चुकी थी.


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