Education Loan: स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी! अब बिना गारंटी के मिलेगा 10 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, जानिए सरकार का प्लान
Guarantee Free Loan: सरकार बिना गारंटी लोन की लिमिट को बढ़ाने पर इसलिए विचार कर रही हैं क्योंकि पिछले कुछ वक्त से सरकार के पास एजुकेशन लोन रिजेक्ट होने की कई शिकायतें आ रही है.
Education Loan for Students: आजकल मिडिल क्लास व्यक्ति के जीवन की आधी कमाई उसके बच्चों की पढ़ाई में लग जाती है. ऐसे में स्टूडेंट्स (Students) और अभिभावकों की मदद के लिए सरकार हायर एजुकेशन (Higher Education) के लिए 7.5 लाख रुपये तक का बिना गारंटी के लोन (Collateral Free Loan) देती है, जिसे अब 10 लाख रुपये तक करने का प्लान है.
अगर सरकार गारंटी लिमिट को 7.5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये कर देती है तो ऐसे में यह हायर एजुकेशन के लिए लोन (Education Loan) लेने वाले छात्रों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी होगी. फिलहाल बैंक 7.5 लाख रुपये तक के एजुकेशन लोन पर किसी तरह की गारंटी नहीं मांगते हैं.
सरकार बिना गारंटी लोन की लिमिट (Guarantee Free Loan) को बढ़ाने पर इसलिए विचार कर रही हैं क्योंकि पिछले कुछ वक्त से सरकार के पास एजुकेशन लोन रिजेक्ट होने की कई शिकायतें आ रही है. ऐसे में वित्त मंत्रालय इन शिकायतों पर ध्यान देते हुए इस मामले पर शिक्षा मंत्रालय से बातचीत कर रहा हैं और बिना गारंटी के एजुकेशन लोन की सीमा को 33% बढ़ाने पर विचार कर रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वित्त मंत्रालय इस लिमिट को बढ़ाने के और जल्द ही शिक्षा मंत्रालय से इस मामले पर बातचीत करके कोई निर्णय ले सकता हैं.
बैंकों की मिल रही शिकायतें
कुछ समय पहले एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें यह पता चला है कि एजुकेशन लोन बड़ी संख्या में डिफॉल्ट हो रहे हैं. ऐसे में सरकारी बैंक एजुकेशन लोन देने से बच रहे हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक जून में खत्म हुई तिमाही में सरकारी और प्राइवेट बैंक का मिलकर कुछ एजुकेशन लोन की बकाया राशि 80,000 करोड़ रुपये के पार चली गई है.
ऐसे में बैंक अब एजुकेशन लोन देने में ज्यादा सतर्कता बरत रहे हैं. ऐसे में स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों के लोन लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा हैं. बढ़ती महंगाई के साथ ही हायर एजुकेशन भी महंगी होती जा रही है. ऐसे में सरकार के इस कदम से आम लोगों को बहुत बड़ी राहत मिल सकती है.
कई सही लोन को भी बैंक नहीं कर रहे पास
आपको बता दें कि एजुकेशन लोन का बढ़ता एनपीए (NPA) चिंता का विषय है. ऐसे में इस मामले पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के साथ बैठक की थी. इसके बाद आरबीआई (RBI) ने बताया था कि हाल के कुछ सालों में कमर्शियल बैंकों ने जमकर एजुकेशन लोन बांटे हैं, जिसके कारण NPA लोन की संख्या में वृद्धि हुई है. ऐसे में बैंक अब एजुकेशन लोन देने में सतर्कता दिखा रहे हैं. इसके साथ ही आरबीआई का कहना है इस कारण सही मामले में बैंक लोन देने में आनाकानी नहीं कर सकते हैं.
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