Egg Price Hike: सर्दियों में अंडा खाना हुआ महंगा, भारी डिमांड और एक्सपोर्ट के चलते 25 फीसदी बढ़ गई कीमत!
Egg Price Update: सर्दियों में अंडों की मांग बढ़ी है और मलेशिया और बांग्लादेश जैसे देशों से भी भारत को करोड़ों अंडे भेजे जाने का ऑर्डर आया है इसलिए कीमत में इजाफा हुआ है.
Egg prices surge : सर्दियां जैसे-जैसे बढ़ती जा रही हैं, वैसे-वैसे अंडों की कीमत में भी इजाफा होता जा रहा है. कोलकाता के बाजारों में इसकी कीमतों में रातोंरात लगभग 25 फीसदी तक की वृद्धि दर्ज की गई है. अब एक अंडे की कीमत 6.5 रुपये से बढ़कर 8 रुपये हो गई है. संबंधित अधिकारियों का कहना है कि सर्दियों में अंडे की मांग बढ़ गई है और साथ ही बांग्लादेश जैसे देशों में इसे निर्यात भी किया जा रहा है, जिसके चलते कीमत बढ़ी है.
अंडे की कीमत बढ़ने की ये भी वजहें
हालांकि पोल्ट्री इंडस्ट्री का कहना है कि अंडों की कीमत बढ़ने का कारण मुख्य रूप से बांग्लादेश में निर्यात किया जाना नहीं है क्योंकि बांग्लादेश भारत के पारंपरिक निर्यात बाजारों में से नहीं है. पश्चिम बंगाल पोल्ट्री फेडरेशन ने सर्दियों में अंडों की बढ़ती मांग, पोल्ट्री फीड की बढ़ती लागत और बांग्लादेश और मलेशिया जैसे देशों को किए जा रहे निर्यात को कीमत बढ़ने के पीछे जिम्मेदार ठहराया है. ये देश निर्यात के दृष्टिकोण से भारत के लिए नए बाजार हैं.
5 करोड़ अंडे भेजे जाने का ऑर्डर
आपको जानकर हैरानी होगी कि नवंबर और दिसंबर में इन दो देशों में करीब 5 करोड़ अंडे भेजे जाने का ऑर्डर था. फेडरेशन के महासचिव मदन मोहन मैती ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा, ''अंडे की कीमतें सिर्फ पश्चिम बंगाल में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में बढ़ी हैं. ऐसा पोल्ट्री फीड की लागत बढ़ने की वजह से हुआ है. देश में अंडों का कोई संकट या कमी नहीं है.''
उन्होंने कहा, ''इसकी खुदरा कीमत प्रति पीस 7.5 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए, क्योंकि थोक रेट 6.7 रुपये प्रति पीस है.'' उन्होंने इसके लिए मक्के की कीमत बढ़ने को भी जिम्मेदार ठहराया, जिसका इस्तेमाल पोल्ट्री फर्म में मुर्गियों के दाने के रूप में होता है. साल 2021 से इसकी कीमत में 30 फीसदी का इजाफा होते हुए 14 रुपये प्रति किलो से 28 रुपये प्रति किलो हो गया है.
इन देशों में भी है भारत से अंडों की मांग
निर्यात को लेकर उन्होंने कहा कि मलेशिया और बांग्लादेश से नंवबर और दिसंबर में 5 करोड़ अंडों का ऑर्डर था, लेकिन अब तक 2 करोड़ से ज्यादा अंडे नहीं भेजे गए हैं. घरेलू बाजार में कीमत को स्टेबल रखने के लिए बांग्लादेश की सरकार ने अंडों के आयात के लिए भारत का रूख किया है. सिर्फ बांग्लादेश ही नहीं बल्कि ओमान, मालदीव, संयुक्त अरब अमीरात, कुवैत और कतर जैसे और भी कई देशों में भारत के अंडों की मांग है.