स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स की बिक्री में भारी गिरावट, कंपनियां बंद करने लगी हैं प्रोडक्शन
एलजी, पैनासोनिक, कैरियर मीडिया, वीवो, ओप्पो, हायर और गोदरेज अप्लायसंज ने या तो अपने प्लांट पूरी तरह बंद कर दिए हैं या फिर प्रोडक्शन में काफी कटौती की है. भारत में मैन्यूफैक्चरिंग कर निर्यात करने वाली ऐपल और सैमसंग ने भी प्रोडक्शन क्षमता घटा कर 25 से 40 फीसदी तक कर दी है
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को काबू करने के लिए अलग-अलग राज्यों में लगाए जा रहे लॉकडाउन और पाबंदियों का असर मैन्यूफैक्चरिंग पर पड़ने लगा है. बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स और स्मार्टफोन ब्रांड्स ने घरेलू मार्केट के लिए अपना प्रोडक्शन बंद कर दिया है क्योंकि लॉकडाउन की वजह से इनकी बिक्री बिल्कुल कम हो गई या फिर कहीं-कहीं बंद हो गई है. लॉकडाउन की वजह से स्टोर बंद हैं और ऑनलाइन स्टोर पर खरीदे जाने वाले सामानों की डिलीवरी नहीं हो पा रही है. इस वजह से मांग घट गई है. लिहाजा कई कंपनियों ने अब अपना प्रोडक्शन बंद करना शुरू किया है.
कई स्मार्टफोन कंपनियों ने बंद किया प्रोडक्शन
एलजी, पैनासोनिक, कैरियर मीडिया, वीवो, ओप्पो, हायर और गोदरेज अप्लायसंज ने या तो अपने प्लांट पूरी तरह बंद कर दिए हैं या फिर प्रोडक्शन में काफी कटौती की है. भारत में मैन्यूफैक्चरिंग कर निर्यात करने वाली ऐपल और सैमसंग ने भी प्रोडक्शन क्षमता घटा कर 25 से 40 फीसदी तक कर दी है. सैमसंग का प्लांट सप्ताह में तीन दिन बंद रहता है. बाकी दिनों प्रोडक्शन होता है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए. इसका मतलब यह कि कम कर्मचारी काम करते हैं.
कर्मचारियों में चिंता
गोदरज अप्लायंसज के मुताबिक लॉकडाउन और पाबंदियों की वजह से 15 फीसदी मार्केट ही खुला है. लेकिन स्टोर खुलने का समय निर्धारित कर देने की वजह से 5 से 6 फीसदी ही बिक्री हो पा रही है. कंपनियों का कहना है कि मांग घटने और बिक्री न होने के इस माहौल में कर्मचारियों की जान जोखिम में डाल कर प्रोडक्शन जारी रखने का कोई तुक नहीं बनता. लेकिन इससे कर्मचारियों में चिंता देखी जा रही है. कइयों का मानना है कि अगर प्रोडक्शन बंद रहा तो उन्हें हटाया जा सकता है.