चुनौतियों से जूझ रही इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी टेस्ला आने वाले दिनों में हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है. कंपनी ने छंटनी का यह ऐलान ऐसे समय किया है, जब उसकी बिक्री प्रभावित हो रही है और वह दुनिया की सबसे बड़ी ईवी कंपनी होने का दर्जा खो चुकी है.
6 हजार से ज्यादा कर्मचारियों पर असर
कंपनी ने मंगलवार को मार्च तिमाही का परिणाम जारी किया. उससे पहले कंपनी ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना की जानकारी दी. टेस्ला की योजना के हिसाब से छंटनी में कुल 6,020 कर्मचारी प्रभावित होने वाले हैं. जिन कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी, वे कैलिफोर्निया और टेक्सास बेस्ड हैं. कैलिफोर्निया में 3,332 लोगों की नौकरी जाने वाली है, जबकि टेक्सास में 2,688 कर्मचारियों की छंटनी होने वाली है. टेस्ला के न्यूयॉर्क स्थित बफेलो प्लांट से भी 285 कर्मचारियों की छंटनी होगी.
14 जून से होगा छंटनी की योजना पर अमल
इससे पहले टेस्ला ने पिछले सप्ताह छंटनी की योजना के बारे में सबसे पहले जानकारी दी थी. उस समय कंपनी ने कहा था कि उसकी योजना अपने ग्लोबल वर्कफोर्स में 10 फीसदी तक की कटौती करने की है. हालांकि उस समय कंपनी ने यह नहीं बताया था कि छंटनी की उसकी इस योजना में किन कर्मचारियों पर गाज गिरने वाली है. अब कंपनी ने यह भी बता दिया है कि छंटनी कब से होने वाली है. कंपनी अपनी इस योजना पर 14 जून से अमल की शुरुआत करने जा रही है.
अभी और कर्मचारियों की हो सकती है छंटनी
टेस्ला पिछले साल तक छंटनी की वैश्विक लहर से अप्रभावित थी और लगातार नए कर्मचारियों को काम पर रख रही थी. साल 2021 में टेस्ला के कुल वैश्विक कर्मचारियों की संख्या करीब 1 लाख थी, जो पिछले साल तक बढ़कर 1 लाख 40 हजार के पार निकल गई. अभी कंपनी ने इसमें 10 फीसदी की कटौती की योजना के बारे में बताया है. यानी आने वाले दिनों में टेस्ला के और भी कर्मचारियों पर छंटनी की गाज गिर सकती है.
55 फीसदी गिर गया टेस्ला का मुनाफा
छंटनी की योजना के बाद जारी परिणाम में निराशाजनक आंकड़े सामने आए. टेस्ला की कमाई में 2020 के बाद पहली बार गिरावट आई, जबकि मुनाफा भी काफी कम हो गया. मार्च तिमाही में टेस्ला का शुद्ध मुनाफा 1.13 बिलियन डॉलर रहा, जो साल भर पहले यानी मार्च 2023 की तिमाही के 2.51 बिलियन डॉलर के मुनाफे की तुलना में 55 फीसदी कम है. वहीं तिमाही के दौरान कंपनी का राजस्व साल भर पहले के 23.33 बिलियन डॉलर से 9 फीसदी कम होकर 21.3 बिलियन डॉलर पर आ गया.
इन कारणों से टेस्ला को परेशानी
साल 2020 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब एलन मस्क की ईवी कंपनी की बिक्री में गिरावट आई है. इलेक्ट्रिक व्हीकल सेगमेंट में नई-नई कंपनियों के उतरने से टेस्ला को कड़ी चुनौती मिल रही है. हाल-फिलहाल में चीन की कई नई कंपनियां इस सेगमेंट में उतरी हैं. चीन की ही बीवाईडी ने बिक्री के मामले में टेस्ला को पीछे छोड़ा है.
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