MTA Deal: भारतीय वायु सेना को मीडियम ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट (MTA) की जरूरत महसूस हो रही थी. इसे समझते हुए ऑटो सेगमेंट की दिग्गज कंपनी महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) ने ब्राजील की कंपनी एम्ब्रार (Embraer) के साथ मिलकर सी 390 मिलेनियम एयरक्राफ्ट बनाने का ऐलान किया है. दोनों कंपनियां इसे एयरफोर्स की जरूरतों के हिसाब से तैयार करने पर सहमत हो गई हैं. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट करके इस डील की घोषणा भी की है.
महिंद्रा और टाटा ग्रुप से चल रही थी वार्ता
एयरफोर्स 18 से 30 टन वजन उठाने में सक्षम एमटीए की तलाश कर रही है. एम्ब्रार ने फरवरी में बेंगलुरु में इस सी 390 मिलेनियम (C-390 Millennium) मल्टी मिशन टेक्टिकल एयर ट्रांसपोर्ट को प्रदर्शित किया था. इस विमान को लेकर एम्ब्रार की महिंद्रा और टाटा ग्रुप (Tata Group) से वार्ता जारी थी. मगर, शुक्रवार को महिंद्रा ने इसमें बाजी मारते हुए डील का ऐलान कर दिया. दोनों कंपनियों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हो गए हैं.
आनंद महिंद्रा ने किया सौदे का ऐलान
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी पैसेंजर जेट निर्माता कंपनी एम्ब्रार डिफेंस एंड सिक्योरिटी और महिंद्रा डिफेंस सिस्टम्स मिलकर इस सौदे पर काम करेंगे. आनंद महिंद्रा ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि इस सौदे से मुझे बहुत खुशी मिली है. इसकी मदद से हम भारतीय वायु सेना की जरूरतों को पूरा कर सकेंगे. एयरफोर्स जल्द ही एमटीए के लिए टेंडर जारी करने वाली है. इसमें हमारा ज्वॉइंट वेंचर भी हिस्सा लेगा
टाटा और एयरबस ने किया था सौदा
हाल ही में टाटा समूह ने एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी एयरबस के साथ एच125 सिंगल इंजन हेलीकॉप्टर बनाने का सौदा किया था. समझौते के अनुसार, वडोदरा स्थित असेंबली लाइन में 40 सी295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट भी बनाए जाएंगे. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा था कि यहां बनने वाले एच125 हेलीकॉप्टर निर्यात भी किए जाएंगे. भारत में अभी इस तरह के 800 हेलीकॉप्टर तक की तत्काल डिमांड है.
भारत सरकार में कई विमान इसी कंपनी के
सी 390 ब्राजील एयरफोर्स द्वारा इस्तेमाल किया जाता है. इसके बाद इसे पुर्तगाल, हंगरी, नीदरलैंड्स, ऑस्ट्रिया, चेक रिपब्लिक और साउथ कोरिया की सेनाओं ने भी खरीदा है. एम्ब्रार ने इससे पहले डीआरडीओ, बीएसएफ और भारत सरकार को कई अलग-अलग तरह के विमान दिए हैं.
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