कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने इस साल अक्टूबर महीने में कुल 12.9 लाख सब्सक्राइबरों को जोड़ा है, जिसका मतलब है कि इतने लोगों ने ईपीएफओ के तहत खाता खुलवाया है. वहीं दूसरी ओर 5.6 लाख कर्मचारी ईपीएफओ से बाहर हुए हैं. यूनियन लेबर और एंप्लॉयमेंट मिनिस्ट्री (Union labour and employment ministry) ने मंगलवार को जानकारी दी है कि पिछले साल इस अवधि की तुलना में अक्टूबर में 21,026 कर्मचारियों की संख्या बढ़ी है.
EPFO के आंकड़ों के अनुसार, 12.9 लाख कर्मचारियों में से 7.2 लाख कर्मचारी पहली बार ईपीएफओ से जुड़े हैं. ये कर्मचारी अब पीएफ कटौती और पेंशन में निवेश करने के हकदार होंगे. इसमें से सबसे अधिक कर्मचारी 18 से 21 उम्र के हैं, जिनकी संख्या 2.2 लाख कर्मचारी हैं. इसके अलावा, 1.9 कर्मचारी को 22 से 25 आयुवर्ग के जुड़े हैं. मंत्रालय ने कहा कि 57.2 प्रतिशत कर्मचारी 18 से 25 साल के दौरान जुड़े हैं.
5.6 लाख कर्मचारी हुए बाहर
ईपीएफओ की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार, करीब 5 लाख 60 हजार कर्मचारी ऐसे हैं, जो अक्टूबर 2022 में ईपीएफओ से बाहर हुए हैं. हालांकि इन लोगों ने पुरानी नौकरी छोड़कर नई नौकरी ज्वाइन की है. नई नौकरी ज्वाइंन करने पर ज्यादातर कर्मचारियों का पीएफ योगदान बढ़ा है, जिसका मतलब है कि इनके सैलरी में इजाफा हुआ है. साथ ही अपने पुराने ईपीएफ खाते के फंड को नए खाते में ट्रांसफर किया गया है.
2 लाख से अधिक महिलाएं हुई शामिल
कर्मचारी भविष्य निधि खाते के तहत अक्टूबर 2022 में 2.6 लाख महिलाएं शामिल हुई हैं. इसके अलावा, 1.9 लाख महिला कर्मचारी पहली बार ईपीएफओ से जुड़ी हैं. केरल, मध्य प्रदेश, झारखंड और अन्य राज्य ने महीने दर महीने ग्रोथ की है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और हरियाणा ने अक्टूबर के दौरान 7.7 लाख कर्मचारियों को जोड़ा है.
बता दें कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से हर महीने कर्मचारियों के जुड़ने और निकलने का आंकड़ा जारी किया जाता है. ईपीएफ अकाउंट के तहत कर्मचारियों को रिटायरमेंट के लिए पैसा जमा करने, पेंशन और ब्याज आदि का लाभ दिया जाता है. अपने जमा हुए पैसों को वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं.
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