भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India) ने पिछले सप्ताह शुक्रवार को 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने का ऐलान किया. इस फैसले ने लोगों के जेहन में 2016 में हुई नोटबंदी की यादें ताजा करा दी. हालांकि इस बार नोटबंदी जैसा असर नहीं दिख रहा है, लेकिन तब भी कई सारे लोग 2000 रुपये के नोटों को खपाने के विभिन्न उपाय करने में लगे हुए हैं. इसके चलते एक ओर अचानक सोना-चांदी और गहनों के बारे में पूछताछ बढ़ी है, तो दूसरी ओर पेट्रोल पंपों पर भी अब ये नोट पहले से कई गुणा ज्यादा आने लगे हैं.


इतना प्रीमियम वसूल रहे ज्वेलर्स


खबरों के अनुसार, सोना, चांदी और गहनों के बारे में बढ़ी पूछताछ का असर हुआ है कि इनके भाव बढ़ गए हैं. खासकर जो लोग 2000 रुपये के नोटों में पेमेंट करना चाह रहे हैं, उनसे ज्वेलर्स ज्यादा पैसे ले रहे हैं. पीटीआई की एक खबर के अनुसार, कुछ ज्वेलर्स ने सोना खरीदने पर 5-10 फीसदी प्रीमियम लेना शुरू कर दिया है, जिससे पीली धातु का भाव 66,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है, जबकि देश में इस समय सोने का वास्तविक भाव लगभग 60,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है.


केवाईसी के कड़े नियम से लगाम


खबर के अनुसार, दो हजार रुपये का नोट वापस लेने के आरबीआई के फैसले के बाद ज्वेलर्स से सोना, चांदी की खरीद से जुड़ी पूछताछ बढ़ गई है. सर्राफा कारोबारियों के संगठन जीजेसी का कहना है कि इस बार 2016 जैसी स्थिति नहीं है. केवाईसी के कड़े नियमों के कारण 2,000 रुपये के नोटों के बदले सोने की खरीद वास्तव में कम रही है, लेकिन लोग ज्वेलर्स से 2000 रुपये के नोटों को खपाने के बारे में इंक्वायरी कर रहे हैं.


पेट्रोल पम्पों पर बढ़ गई आवक


पीटीआई की एक अलग खबर में दावा किया गया है कि शुक्रवार से अब तक इंदौर के पेट्रोल पम्पों पर ग्राहकों के द्वारा 2000 रुपये के नोटों में भुगतान कम से कम पांच गुणा बढ़ गया है. इंदौर पेट्रोल-पम्प डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह वासु के हवाले से कहा गया है कि पेट्रोल पम्पों पर ईंधन भरवाने के लिए आ रहे ग्राहक 2000 रुपये के नोटों में पहले से ज्यादा पेमेंट कर कर रहे हैं. कुछ ग्राहक ऐसे भी हैं जो अपने दोपहिया वाहन में केवल 100 रुपये का पेट्रोल भरवाने के बदले 2,000 रुपये के नोट से भुगतान कर रहे हैं.


आराम से बैंक में बदल सकते हैं नोट


आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को ऐलान करते हुए साफ कहा था कि 2000 रुपये के नोटों को तत्काल प्रभाव से सर्कुलेशन से बाहर नहीं किया जा रहा है. सेंट्रल बैंक ने कहा था कि लोग अभी भी 2000 रुपये की करेंसी में लेन-देन कर सकते हैं. हालांकि इसके बाद भी लोगों के मन में डर है और कई व्यापारियों ने 2000 रुपये के नोटों को एक्सेप्ट करना बंद कर दिया है. यह हाल तब है जब आराम से बैंकों में इन नोटों को बदलवाया जा सकता है.


इन अफवाहों पर न दें ध्यान


दरअसल लोगों के बीच डर और संशय का माहौन बनाने में अफवाहों का बड़ा हाथ है. ऐसी ही कुछ अफवाहों के चलते रविवार को आरबीआई और देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई को सफाई जारी करने की जरूरत पड़ गई. ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही थीं कि नोटों को बदलवाने के लिए एक फॉर्म भरना होगा और आधार या पैन जैसा कोई पहचान पत्र देना होगा. इस अफवाह का खंडन किया जा चुका है और साफ कहा गया है कि 2000 रुपये के नोटों को बदलवाने के लिए किसी फॉर्म की या कोई पहचान पत्र जमा करने की जरूरत नहीं होगी.


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