फिनटेक कंपनी भारतपे और उसके को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर के बीच चल रहा विवाद एक बार फिर से ताजा हो गया है. अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी के खिलाफ भारतपे ने फ्रॉड के आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच तेज हो गई है. इस सिलसिले में अब इकोनॉमिक ऑफिस विंग ने ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को समन भेजा है.
21 नवंबर को बुलाया ऑफिस
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, अशनीर ग्रोवर और माधुरी जैन को दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने समन भेजा है. रिपोर्ट में पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि दोनों से 81 करोड़ रुपये के कथित फ्रॉड के संबंध में पूछताछ की जाएगी. ग्रोवर और माधुरी जैन को कहा गया है कि वे 21 नवंबर को ईओडब्ल्यू के मंदिर मार्ग ऑफिस आकर जांच को जॉइन करें.
देश छोड़ने पर लगी रोक
ईओडब्ल्यू का यह समन ऐसे समय आया है, जब ग्रोवर और उनकी पत्नी को देश से बाहर जाने से रोके जाने की खबरें चल रही थीं. खुद ग्रोवर ने सोशल मीडिया एक्स पर बताया था कि उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर गुरुवार को उस समय रोक दिया गया, जब वे अपनी पत्नी माधुरी जैन के साथ छुट्टियां मनाने के लिए न्यूयॉर्क जा रहे थे.
मई में दर्ज हुई प्राथमिकी
पीटीआई की रिपोर्ट में ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि ग्रोवर और उनकी पत्नी के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था. इसी कारण दोनों को दिल्ली एयरपोर्ट पर रोका गया. 81 करोड़ रुपये के फ्रॉड के आरोप में ईओडब्ल्यू ने ग्रोवर और माधुरी जैन के अलावा उनके परिवार के कुछ सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. नामजद लोगों में दीपक गुप्ता, सुरेश जैन और श्वेतांक जैन के नाम शामिल हैं. प्राथमिकी मई में दर्ज की गई थी.
भारतपे ने लगाया ये आरोप
भारतपे का आरोप है कि ग्रोवर और उनके परिजनों ने मिलकर बोगस पेमेंट के जरिए कंपनी को करीब 81.30 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया है. एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद ग्रोवर ने कहा था कि वह जांच में ईओडब्ल्यू के साथ सहयोग कर रहे हैं और आगे भी सहयोग करते रहेंगे. ईओडब्ल्यू के सूत्रों के अनुसार, इस मामले में कोर्ट के सामने 7 नवंबर को स्टैटस रिपोर्ट पेश की जा चुकी है.
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