EPF के पेंशन नियमों में केंद्र सरकार कर सकती है बड़ा बदलाव, सैलरी लिमिट में हो सकता है इजाफा!
EPF News: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के खाते में हर खाताधारक की सैलरी का एक हिस्सा जमा होता है. पीएफ खाता कर्मचारियों को सोशल सिक्योरिटी देने में मदद करता है.
EPF Update: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के देशभर में करोड़ों खाताधारक हैं. हर नौकरी करने वाले व्यक्ति की सैलरी का एक हिस्सा पीएफ खाते में जमा होता है. कर्मचारी की 60 साल की उम्र पूरी होने के बाद पीएफ खाते (PF Account) में जमा पूरे पैसे वह निकाल सकता है. अगर कोई खाताधारक चाहें तो ईपीएफ की पेंशन स्कीम (EPF Pension Scheme) को भी चुन सकता है.
स्कीम के तहत खाताधारकों को 60 साल की आयु के 1,000 रुपये की मासिक पेंशन मिलती है. इस पेंशन को ईपीएफओ सोशल सिक्योरिटी कवरेज के तहत दिया जाता है. कर्मचारी भविष्य फंड के तहत पेंशन प्राप्त करने के लिए ईपीएफओ ने मिनिमम सैलरी का भी निर्धारण किया हुआ है. अब सरकार इस मिनिमम सैलरी में इजाफा करने पर विचार कर रही है. आइए जानते हैं इस बारे में-
EPF की मिनिमम सैलरी में सरकार कर सकती इजाफा-
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए 15,000 रुपये की मासिक वेतन होना आवश्यक है, लेकिन अब सरकार सैलरी लिमिट में इजाफा करने का सोच रही है. अब इसे 21,000 रुपये तक करने पर विचार किया जा रहा है. इससे पहले सरकार ने साल 2014 में ईपीएफ स्कीम का लाभ उठाने के लिए वेतन लिमिट में इजाफा किया था. साल 2014 से पहले पेंशन का लाभ मिनिमम 6,500 रुपये का पेंशन प्राप्त करने वाले लोगों को मिली थी. बाद में इसकी लिमिट को बढ़ाकर 15,000 रुपये कर दिया गया था.
सरकार मिनिमम सैलरी लिमिट में कर सकती है इजाफा
इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक सरकारी सोर्स ने यह जानकारी दी है कि देश में बढ़ती महंगाई को देखते हुए सरकार इस मामले पर विचार कर रही है. ऐसे में सरकार अगर इस ईपीएफ के मामले पर फैसला लेती है तो ईपीएफओ का पेंशन लाभ लेने के लिए मिनिमम सैलरी की लिमिट 15,000 रुपये से बढ़ाकर 21,000 रुपये हो जाएगी.
सोशल सिक्योरिटी देने का काम करती है EPFO
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के खाते में हर खाताधारक की सैलरी का एक हिस्सा जमा होता है. पीएफ खाता कर्मचारियों को सोशल सिक्योरिटी देने में मदद करता है. इस खाते में जमा पूरे पैसे ईपीएफओ सब्सक्राइबर को 60 वर्ष की आयु के बाद मिल सकता है. इसके अलावा किसी इमरजेंसी की स्थिति जैसे बच्चों की पढ़ाई, शादी, बीमारी आदि के खर्च के लिए भी आप खाते में जमा पैसे निकाल सकते हैं. इसके अलावा अगर आपने लगातार 10 साल तक नौकरी की है तो आप ईपीएफ के पेंशन स्कीम के पात्र बन जाते हैं. इससे ईपीएफओ सब्सक्राइबर्स को सोशल सिक्योरिटी का लाभ भी मिलता है.
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