EPF Rate: ईपीएफ खाताधारकों को मिलेगी सौगात, शनिवार 12 मार्च को ईपीएफओ बोर्ड करेगी 2021-22 के लिए ब्याज दर का ऐलान
EPF Interest Rate: केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस बात की जानकारी दी है शनिवार को इस वर्ष के लिए ईपीएफ रेट की घोषणा की जाएगी.
EPF Interest Rate: शनिवार 12 मार्च 2022 को 2021-22 के लिये ईपीएफ ( Employee Provident Fund) के ब्याज दर ( Interest Rate) का ऐलान किया जाएगा. केंद्रीय श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने इस बात की जानकारी दी है. दरअसल असम की राजधानी गोवहाटी में ईपीएफओ बोर्ड की दो दिनों की बैठक चल रही है. शनिवार को बैठक के दूसरे दिन ईपीएफ रेट की घोषणा की जाएगी.
श्रम मंत्री ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पिछले सेंट्रेल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की बैठक के बाद एचआर, आईटी, कवरेज और संबंधित मुकदमे और पेंशन सुधारों को लेकर गठित 4 समितियां सामूहिक रूप से 18 बार मिले हैं और कुछ महत्वपूर्ण रास्ते सुझाए हैं. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि इस वर्ष के लिए ईपीएफ ब्याज दर की घोषणा कर करेंगे.
Heartening to note the 4 ad-hoc committees constituted after the last CBT meeting on HR, IT, Coverage and Related Litigation and on Pension Reforms have collectively met 18 times and suggested certain key pathways.@socialepfo will announce this year’s rate of interest tomorrow. pic.twitter.com/EzadzwokfP
— Bhupender Yadav (@byadavbjp) March 11, 2022
ईपीएफ ब्याज दर पर चर्चा
माना जा रहा है कि 2021-22 के लिये ईपीएफ ब्याज दर 8.5 फीसदी ही रहने के आसार हैं. साल 2020-21 के लिये 6 करोड़ ईपीएफ धारकों को 8.5 फीसदी ब्याज देने पर निर्णय हुआ है जो कि खाताधारकों के खाते में ब्याज की रकम को ट्रांसफर किया जा चुका है.
EPFO में हर महीने 15000-16000 करोड़ रुपये डिपॉजिट
EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक में ईपीएफ ब्याज दर के साथ InvITs में निवेश के प्रस्ताव पर भी चर्चा होगी. इस साल के शुरुआत में ही ईपीएफओ बोर्ड ने अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंडों में निवेश को मंजूरी दी थी. दरअसल EPFO में डिपॉजिट राशि में लगातार बढ़ोतरी हो रही है जिसके चलते निवेश के नए Avenue की जरुरत महसूस की जा रही थी. इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े लॉन्ग टर्म फंडों में निवेश को ध्यान में रखते हुये InvITs में निवेश किए जाने के प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है.
EPFO में हर महीने करीब 15000-16000 करोड़ रुपये डिपॉजिट किया जा रहा है. माना जा रहा है कि 2021-22 में EPFO का डिपॉजिट 1.8 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.9 लाख करोड़ रुपये के बीच रह सकता है. इसमें से 15 फीसदी रकम का निवेश Equity में तो बाकी बचे रकम को Debt Instrument में निवेश किया जाता है. डिपॉजिट में बढ़ोतरी को देखते हुये EPFO के पास अपने इन्वेस्टमेंट बॉस्केट के विस्तार का बेहतरीन मौका है. यही वजह है कि मार्च में ने वाली सेंट्रल बोर्ड की मीटिंग में InvITs में EPFO का पैसा लगाए जाने पर विचार किया जा सकता है.
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