EPF Rate Hike: ईपीएफ रेट को 8.10% से 8.15% बढ़ाये जाने के बाद जानिए कितना बढ़ जाएगा आपका रिटायरमेंट कॉर्पस!
EPF Rate Hike Update: EPF कर्जैमचारियों से सोशल सिक्योरिटी स्कीम पर ब्याज दरों में कटौती ने बेहतर रिटॉयरमेंट प्लानिंग पर पानी फेरने का काम किया है.
EPF Rate Hike: संगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों लोगों को एम्पलॉय प्राविडेंट फंड ऑर्गनाईजेशन ने मामूली राहत दी है. ईपीएफ के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने ईपीएफ खाताधारकों को उनके निवेश पर वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी ईपीएफ रेट दिए जाने की सिफारिश की है. बीते वर्ष 2021-22 में सीबीटी ने 8.10 फीसदी ब्याज दर देने की सिफारिश की थी. हालांकि सीबीटी के इस फैसले पर वित्त मंत्रालय से मंजूरी मिलना बाकी है. एक बार मंजूरी मिल जाने के बाद गजेट नोटिफिकेशन जारी किए जाने के बाद ईपीएफओ अपने मेंबर्स के ईपीएफ खाते में ब्याज के रकम को क्रेडिट करेगा.
ईपीएफ रेट 8.15 फीसदी तय
श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की 233वीं बैठक हुई जिसमें ये 8.15 फीसदी ईपीएफ रेट देने को लेकर फैसला लिया गया है. श्रम मंत्रालय ने फैसले की जानकारी देते हुए जारी किए प्रेस रिलिज में कहा कि सीबीटी ने 8.15% की जो सिफारिश की है वो सरप्लस की सुरक्षा के साथ ईपीएफ सदस्यों के लिए इनकम में बढ़ोतरी की गारंटी देती है. ईपीएफ रेट 8.15 फीसदी दिए जाने के साथ ही ईपीएफओ के पास 663.91 करोड़ रुपये सरप्लस बचता है जो पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है.
90,000 करोड़ रुपये ब्याज का रकम होगा ट्रांसफर
ईपीएफओ बोर्ड की इस सिफारिश के बाद ईपीएफ खाताधारकों के खाते में ईपीएफओ के 11 लाख करोड़ रुपये के कुल प्रिसंपल पर सब्सक्राइबर्स को उनके खाते में 90,000 करोड़ रुपये ब्याज के तौर पर ट्रांसफर किए जाएगा. जबकि 2021-22 में प्रिसंपल अमाउंट 9.56 लाख करोड़ रुपये था जिसपर 77,424.84 करोड़ रुपये ब्याज दिया गया था. वित्तीय वर्ष 2021-22 के तुलना में 2022-23 में प्रिसंपल अमाउंट में 16 फीसदी की बढ़ोतरी आई है तो 15 फीसदी ज्यादा ब्याज दिया जा रहा है.
रिटॉयरमेंट कॉर्पस में आएगा उछाल
ईपीएफ पर ब्याज दरों में बढ़ोतरी किए जाने से ईपीएफ के खाताधारकों को फायदा होगा और उनके रिटॉयरमेंट कॉर्पस में उछाल आएगा. मान लिजिए किसी व्यक्ति का बेसिक वेतन 50,000 रुपये महीने हैं. और उसके ईपीएफ फंड में पहले से 20 लाख रुपये जमा है. तो उसके ईपीएफ कॉर्पस में 2144000 रुपये जमा फंड पर 8.15 फीसदी ब्याज दिया जाता है तो 2022-23 में उसका कुल फंड बढ़कर 23.21 लाख रुपये हो जाएगा. यानि ईपीएफ रेट को 8.10 फीसदी से 8.15 फीसदी तक बढ़ाये जाने से फंड में 4,000 रुपये की बढ़ोतरी आएगी.
मान लिजिए किसी एम्पलॉय के ईपीएफ खाते में 10 लाख रुपये जमा है. जो 2021-22 में ईपीएफ पर 8.10 फीसदी ब्याज मिल रहा था उसके हिसाब से 81,000 रुपये ब्याज मिलता. लेकिन ईपीएफ रेट को बढ़ाकर 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी कर दिया गया है तो ब्याज दर बढ़ने से 81500 रुपये ईपीएफ कॉर्पस पर कुल ब्याज मिलेगा. ईपीएफ रेट में बढ़ोतरी से खाताधारक को 500 रुपये का लाभ होगा.
ईपीएफ में योगदान का नियम
आपको बता दें 20 से अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियों में हर महीने 15,000 रुपये तक कमाने वाले कर्मचारियों के लिए ईपीएफ खाता खोलना अनिवार्य हैं. बेसिक वेतन और महंगाई भत्ते का 12% कर्मचारियों के योगदान के रूप में काटा जाता है और 12% एम्पलॉयर द्वारा कर्मचारी के खाते में जमा किया जाता है. जिसमें 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन योजना 1995 में जमा किया जाता है.
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