Relief for EPF Subscriber: अब चाहे जितनी नौकरी बदलें, रहेगा एक ही एम्पलॉय प्राविडेंट फंड अकाउंट
One UAN One EPF Account: ईपीएफ खाताधारकों के लिये राहत की खबर है.कोई EPF खाताधारक जितनी भी नौकरी बदले लेकिन उसका ईपीएफ खाता एक ही रहेगा.
![Relief for EPF Subscriber: अब चाहे जितनी नौकरी बदलें, रहेगा एक ही एम्पलॉय प्राविडेंट फंड अकाउंट EPF subscriber can now change as much job but will have only one EPF Account. All EPF Account balance will merge in one. Relief for EPF Subscriber: अब चाहे जितनी नौकरी बदलें, रहेगा एक ही एम्पलॉय प्राविडेंट फंड अकाउंट](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2021/10/01/bf3cee9ba8c2cabf2167bbb42e36d3c5_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Good New for EPF Account Holders: 5 करोड़ से ज्यादा ईपीएफ खाताधारकों के लिये राहत की खबर है. अब नौकरी बदलने पर पहली कंपनी के EPF खाते में जमा पैसे को नए पीएफ अकाउंट में ट्रांसफर कराने की जरूरत नहीं होगी. नौकरी बदलने पर पुराने ईपीएफ अकाउंट और नए ईपीएफ अकाउंट का अपने आप विलय हो जाएगा. श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव की अध्यक्षता में EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की हुई बैठक में आज ये फैसला लिया गया है.
एक UAN के बाद अब एक ईपीएफ एकाउंट
इसका अर्थ ये हुआ कि कोई EPF खाताधारक जितनी भी नौकरी बदले लेकिन उसका ईपीएफ खाता एक ही रहेगा. पुराने पीएफ अकाउंट का बैलेंस एक ही अकाउंट में अपने आप जमा हो जाएंगे. सब्सक्राइबर के पास ये विकल्प होगा कि चाहें तो पुराने अकाउंट को ही नए संस्थान में भी जारी रख सकते है. EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने इसके लिए सेंट्रलाइज्ड आईटी सिस्टम बनाने को मंजूरी भी दे दी है.
इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs) में निवेश को भी मंजूरी
सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने EPFO के एनुअल डिपॉजिट ( Annual Deposit) के 5 फीसदी हिस्से को इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (InvITs ) में निवेश करने को भी मंजूरी दे दी है. मिल सकती है. इस प्रस्ताव पर सहमति से InvITs इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश को बल मिल सकता है. तो EPFO के इन्वेस्टमेंट बास्केट ( Investment Basket) में निवेश का नया माध्यम शामिल हो गया है. मौजूदा समय में EPFO एक्सचेंज ट्रेडेड फंडों (ETF), गर्वमेंट सिक्योरिटीज ( Government Securities) और Bonds में निवेश करता है.
EPFO में हर महीने 15000-16000 करोड़ रुपये डिपॉजिट
EPFO में हर महीने करीब 15000-16000 करोड़ रुपये डिपॉजिट किया जा रहा है. माना जा रहा है कि 2021-22 में EPFO का डिपॉजिट 1.8 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 1.9 लाख करोड़ रुपये के बीच रह सकता है. इसमें से 15 फीसदी रकम का निवेश Equity में तो बाकी बचे रकम को Debt Instrument में निवेश किया जाता है. डिपॉजिट में बढ़ोतरी को देखते हुये EPFO के पास अपने इन्वेस्टमेंट बॉस्केट के विस्तार का बेहतरीन मौका है. जिससे ईपीएफओ खाताधारकों को ज्यादा रिटर्न मिल सकेगा.
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