EPFO: अप्रैल की तुलना में मई में घटी नौकरीपेशा लोगों की संख्या, ईपीएफओ से जुड़े सिर्फ इतने कर्मचारी
EPFO Members: अप्रैल की तुलना में मई महीने के दौरान ईपीएफओ से जुड़ने वाले सदस्यों की संख्या में गिरावट आई. मई में ईपीएफओ से 16.30 लाख लोग ही जुड़े थे, जो अप्रैल की तुलना में कम है.
EPFO Online: मई महीने में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन से 16.30 लाख लोग जुड़े, जिसका मतलब है कि मई में इतने कर्मचारियों को नई नौकरी मिली है. हालांकि ये संख्या अप्रैल महीने से कम है. अप्रैल के दौरान करीब 17.20 लाख नए मेंबर जुड़े थे. सरकार की ओर से जारी किए गए नए आंकड़े के मुताबिक, मई 2022 के दौरान ईपीएफओ से लगभग 16.80 लाख नए कर्मचारी जुड़े थे.
श्रम और रोजगार मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि डेटा के मुताबिक मई, 2023 के दौरान नामांकित करीब 8.83 लाख नए सदस्य पिछले छह महीनों के दौरान सबसे अधिक हैं. नए शामिल हुए सदस्यों में 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के सदस्य सबसे ज्यादा जुड़े हैं, जो कुल नए सदस्यों का 56.42 फीसदी है. गौरतलब है कि अप्रैल में 8.47 लाख नए सदस्यों को ईपीएफओ के तहत जोड़ा गया था.
इतने लोगों ने छोड़ी सदस्यता
श्रम और रोजगार मंत्रालय के आंकड़े के मुताबिक, करीब 11.41 लाख सदस्य बाहर चले गए लेकिन फिर से ईपीएफओ में शामिल हो गए, जिन्होंने अपनी नौकरी बदली है और किसी ओर संस्थान के साथ जुड़े हैं. इन लोगों ने अपने ईपीएफओ अकाउंट को सेटलमेंट करने के बजाय ट्रांसफर किया है. वहीं 3,673 संस्थाओं ने अपने कर्मचारियों के लिए ईपीएफओ का सामाजिक सुरक्षा कवर भी बढ़ाया है.
ये पांच राज्य टॉप पर
ईपीएफओ से जोड़ने के मामले में राज्यवार आंकड़ा देखें तो पता चलता है कि पांच राज्यों में सबसे ज्यादा ईपीएफओ सदस्य जुड़े हैं. इसमें महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और गुजरात शामिल हैं. सभी राज्यों में से महाराष्ट्र से 19.32 फीसदी सबसे ज्यादा सदस्य जुड़े हैं. वहीं कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्रीज, कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया कंपनियों और रबड़ बनाने वाली कंपनियों में सबसे ज्यादा कर्मचारियों को जोड़ा गया है.
ईपीएफओ से जुड़ी इतनी महिलाएं
ईपीएफओ के डेटा के मुताबिक, मई महीने के दौरान जोड़े गए कुल 8.83 लाख नए सदस्यों में से लगभग 2.21 लाख नई महिला सदस्य हैं, जो पहली बार ईपीएफओ में शामिल हुईं हैं. इसके अलावा, शुद्ध महिला सदस्य की संख्या लगभग 3.15 लाख रही है.
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