Employees' Provident Fund Organisation: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अगस्त में 18.53 लाख मेंबर अपने साथ जोड़े हैं. सालाना आधार पर इसमें 9.07 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. साथ ही 9.3 लाख नए मेंबर भी ईपीएफओ के साथ जुड़े हैं. इस आंकड़े में भी अगस्त, 2023 के मुकाबले 0.48 फीसदी का उछाल आया है. इस डेटा से जानकारी मिल रही है कि न सिर्फ ईपीएफओ को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है बल्कि देश में रोजगार भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं. 


नए मेंबर्स में 18 से 25 वर्ष की उम्र में सदस्य ज्यादा


ईपीएफओ (Employees' Provident Fund Organisation) के पेरोल डेटा के अनुसार, नए मेंबर्स में 18 से 25 वर्ष की उम्र में सदस्य ज्यादा है. अगस्त में जुड़े कुल नए मेंबर्स में इस आयु वर्ग के सदस्यों की संख्या 59.26 फीसदी है. इनमें से अधिकतर को पहली बार नौकरी मिली है. अगस्त में जुड़े कुल 18.53 लाख मेंबर्स में 18 से 25 वर्ष की उम्र के सदस्यों की संख्या 8.06 लाख है. 


13.54 लाख मेंबर्स ने ईपीएफओ में फिर से एंट्री ली


पेरोल डेटा के अनुसार, 13.54 लाख मेंबर्स ने ईपीएफओ से बाहर जाने के बाद फिर से एंट्री ली है. इस आंकड़े में भी अगस्त, 2023 के मुकाबले 14.03 फीसदी का उछाल आया है. इन लोगों ने एक नौकरी छोड़ने के बाद दूसरी ज्वॉइन की है. इन्होंने फाइनल सेटलमेंट की जगह अपने ईपीएफओ अकाउंट को ट्रांसफर करवाया है. इसके चलते वह ईपीएफओ की समाजिक सुरक्षा योजनाओं के दायरे में बने हुए हैं. 


वर्कफोर्स में बढ़ती जा रही महिलाओं की भागीदारी


ईपीएफओ डेटा के अनुसार, नए मेंबर्स में करीब 2.53 लाख महिलाएं हैं. इस आंकड़े में भी अगस्त, 2023 के मुकाबले 3.75 फीसदी का उछाल आया है. अगस्त में जुड़े कुल मेंबर्स में महिलाओं का आंकड़ा 3.79 लाख है. यह आंकड़ा भी अगस्त, 2023 के मुकाबले 10.41 फीसदी बढ़ा है. वर्कफोर्स में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी भी एक अच्छा संकेत है.


इन राज्यों से जुड़ रहे सबसे ज्यादा मेंबर 


पेरोल डेटा के अनुसार, ईपीएफओ में सबसे ज्यादा 20.59 फीसदी सदस्य महाराष्ट्र से जुड़े हैं. इसके अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना ने भी बेहतर प्रदर्शन किया है. साथ ही ट्रेडिंग, इंजीनियरिंग, कंस्ट्रक्शन, एग्रीकल्चर और बीड़ी निर्माण में सबसे ज्यादा रोजगार मिला है. 


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