एक्सप्लोरर

EPFO SSA: सीमा पार काम कर रहे भारतीय श्रमिकों के लिए आई अच्छी खबर, छंटनी के बीच मिलेगी सामाजिक सुरक्षा

अगर आप विदेश में जॉब करते है, और भारतीय हैं, साथ ही आप कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) से जुड़े हुए हैं तो आपके लिए कंपनियों में चल रही छंटनी के बीच अच्छी खबर आ रही है. जानिए क्या है खास..

EPFO Social Security Agreement: अगर आप एक भारतीय हैं और विदेश में किसी कंपनी के लिए काम कर रहे हैं तो आपके लिए बेहद अच्छी खबर सामने आ रही है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) आपके लिए शानदार अपडेट लेकर आया है. आज पूरी दुनिया में हर सेक्टर में करोड़ों भारतीय अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वही दूसरी और दुनियाभर में कंपनी अपने खर्चे कम करने के लिए छंटनी (Layoff) पर ध्यान दे रही है. कहीं न कहीं भारतीय भी इसके शिकार हो रहे हैं. ऐसे में आपके लिए ईपीएफओ (EPFO) कुछ बेहतर प्रावधान लेकर आया है.

ईपीएफओ ने ट्वीट पर दी जानकारी 

ईपीएफओ (EPFO) ने सोशल साईट ट्वीटर (Twitter) पर ट्वीट करते कई बातों की ओर इशारा कर रहा है. ईपीएफओ की ओर से 13 दिसंबर यानी मंगलवार सुबह 09 बजे अंतर्राष्ट्रीय श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा समझौते (Social Security Agreement For International Workers) यानि एसएसए (SSA) के अंतर्गत आने वाले प्रावधानों के बारे में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जानकारी दी है. इसमें समझौते फायदों के बारे में बताया गया है, जिससे विदेश में काम करने वाले भारतीय, इसका फायदा ले सकते हैं. 

क्या है सामाजिक सुरक्षा समझौता 

आपको बता दे कि ईपीएफओ ने 19 देशों के साथ मिलकर एक सामाजिक सुरक्षा समझौता (SSA) किया है. इसमें बेल्जियम, जर्मनी, स्विट्जरलैंड, डेनमार्क फ्रांस, लक्समबर्ग, दक्षिण कोरिया जैसे देश शामिल हैं. यह सामाजिक सुरक्षा समझौता भारत और दूसरे देश के बीच एक द्विपक्षीय समझौता है. जो दूसरे देश में तैनात श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा कवरेज की निरंतरता सुनिश्चित करता है. SSA दो देशों के बीच ऐसा समझौता है, जो सीमा पार श्रमिकों के हितों की सुरक्षा प्रदान करता है. यह समझौता सुनिश्चित करता है कि मेजबान देश और स्वदेश दोनों के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा के मामले में समान माना जाए.

ये है समझौता के प्रावधान

  • SSA में देश से मेजबान देश के श्रमिकों के साथ आईडब्ल्यू के लिए स्वास्थ उपचार की समानता मिलेगी.
  • ऐसे देश में काम करने के लिए प्रतिनियुक्त अंतर्राष्ट्रीय कर्मचारी जिनके अपने देश के साथ सामाजिक सुरक्षा पर एक समझौता है. उन्हें मेजबान देश में सामाजिक सुरक्षा प्रणाली में योगदान करने की आवश्यकता नहीं है.
  • इसमें अंतर्राष्ट्रीय कर्मचारी के लिए स्वदेश के क्षेत्र में रहने का विकल्प चुनने वाले लाभार्थी के साथ-साथ किसी तीसरे देश में रहने का विकल्प चुनने वाले लाभार्थी के लिए बिना किसी कटौती के सीधे पेंशन लाभ के भुगतान का प्रावधान होगा.
  • पेंशन के लिए पात्रता निर्धारित करने के लिए SSA देश में प्रदान की गई सेवा को भारत में प्रदान की गई सेवा में जोड़ा जाता है.

ये भी पढ़ें- 

Layoffs: ऑनलाइन एजुकेशन की कंपनी में हुई छंटनी, 400 कर्मचारियों को निकाला बाहर, जानिए क्या है वजह

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

America में अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी, भारत लाने की तैयारी! | ABP NewsChitra Tripathi : ट्रंप की वजह से अदाणी टारगेट ? । Gautam Adani Case ।  Maharashtra Election'The Sabarmati report' पर सियासत तेज, फिल्मी है कहानी या सच की है जुबानी? | Bharat Ki BaatAdani Bribery Case: अदाणी पर अमेरिकी केस की इनसाइड स्टोरी! | ABP News

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
सरदारों पर अब नहीं बनेंगे जोक? सुप्रीम कोर्ट ने बताया अहम मसला, सुझाव सौंपने को भी कहा
Delhi Assembly Elections: BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
BJP-कांग्रेस के लिए क्यों खास है केजरीवाल की पहली लिस्ट?
Axis My India Exit Poll 2024: मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
मराठवाड़ा से मुंबई तक, महाराष्ट्र के किस रीजन में कौन मार रहा बाजी? एग्जिट पोल में सबकुछ साफ
जब होटल में वरुण धवन ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए ऐसा क्या कर बैठे थे अनुष्का शर्मा के पति
जब होटल में वरुण ने किया था विराट कोहली को इग्नोर, जानिए दिलचस्प किस्सा
Border Gavaskar Trophy: ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
ट्रेनिंग में ही दो टी20 मैच खेल जाते हैं विराट कोहली, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले बड़ा खुलासा
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन  के लक्षण और बचाव का तरीका
बुजुर्गों को अक्सर निमोनिया क्यों होता है? जानें इस गंभीर इंफेक्शन के लक्षण और बचाव का तरीका
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
‘इंडिया की बाइक्स चला रहे और पाकिस्तानियों पर लगा दिया बैन‘, यूएई के शेख पर भड़की PAK की जनता
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
10 मिनट स्पॉट जॉगिंग या 45 मिनट वॉक कौन सी है बेहतर, जानें इसके फायदे
Embed widget