कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ वित्त वर्ष 2019-20 के लिए दिसंबर के आखिर तक 6 करोड़ सब्सक्राइवरों के पीएफ खाते में 85. फीसदी का ब्याज एकमुश्त डाल सकता है. ईपीएएफओ ने इस साल सितंबर में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अगुआई में हुई ट्रस्टियों की बैठक में तय किया गया था कि वह 8.5 फीसदी के ब्याज को दो किस्तों, 8.15 की पहली किस्त और 0.35 फीसदी की दूसरी किस्त के तौर पर कर्मचारियों के खाते में डालेगा. लेकिन अब यह तय किया गया है दिसंबर तक पूरा 8.5 फीसदी ब्याज का पूरा पैसा एकमुश्त उनके ईपीएफ खाते में डाला जाएगा.


श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को भेजा था प्रस्ताव 


कई मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को 2019-20 के लिए ईपीएफ में एक बार में 8.5 फीसदी का ब्याज डालने का प्रस्ताव भेजा है, यह प्रस्ताव इसी महीने भेजा गया है. वित्त मंत्रालय ने पिछले साल की ब्याज दर पर कुछ स्पष्टीकरण मांगा था. जिसमें सारे जवाब दिए जा चुके हैं. सितंबर में CBT की वर्चुअल मीटिंग में EPFOने पिछले वित्त वर्ष में 8.5 फीसदी ब्याज देने के वादे पर मुहर लगाई.


पहले दो किस्तों में ब्याज देने का था इरादा 


बताया जा रहा है कि इस प्रस्ताव पर वित्त मंत्रालय की मंजूरी कुछ दिन में मिलने की उम्मीद है. सितंबर में श्रम मंत्री संतोष गंगवार की अगुवाई में हुई ट्रस्टीज की बैठक में ईपीएफओ ने ब्याज को 8.15 फीसदी और 0.35 फीसदी की दो किस्तों में डालने का फैसला किया था. सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की मार्च में हुई बैठक में 8.5 फीसदी के ब्याज देने की प्रतिबद्धता को पूरा करने का फैसला किया गया था. लेकिन इसके साथ ही सीबीटी ने तय किया था कि 8.5 फीसदी के ब्याज को दो किस्तों 8.15 और 0.35 फीसदी में अंशधारकों के खातों में डाला जाएगा.


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