जानिए कैसे काम करेगा ये एप और इसके फायदे
- जल्दी ही श्रम मंत्रालय एक ऐसा ऐप लाने वाला है, जिसके जरिए आप अपने पीएफ का पैसा निकाल सकेंगे.
- श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने संसद में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि ईपीएफओ ऑनलाइन आवेदन करके ऑनलाइन दावा निपटान प्रक्रिया का डेवलपमेंट किया जा रहा है.
- एप्लीकेशन को नए दौर के अनुरूप यूनिफाइड मोबाइल ऐप ‘उमंग’ के साथ सेंट्रलाइज्ड किया जाएगा ताकि दावा ऑनलाइन प्राप्त किया जा सके.
- ईपीएफओ के देशभर के 123 ऑफिसेज में से 100 ऑफिस को इस सेंट्रल सर्वर से जोड़ने का काम पूरा हो चुका है.
- ईपीएफओ ने अपनी टेक्नोलॉजी एडवांस्ड बनाने और दिल्ली, गुरूग्राम और सिकंदराबाद में अपने 3 सेंट्रल डाटा केंद्रों पर
- अल्ट्रा मॉडर्न इक्विपमेंट स्थापित करने के लिये टेक्नॉलॉजी पार्टनर के रूप में सेंटर फार डेवलपमेंट आफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (सी-डैक) पुणे को जोड़ा है.
ईपीएफओ ने क्यों लिया ये फैसला?
ईपीएफओ को प्रॉविडेंट फंड से पैसा निकालना, पेंशन निर्धारण या पीड़ित परिवार द्वारा ग्रुप इंश्योरेंस लेने के लिए करीब 1 करोड़ एप्लीकेशन मिलते हैं. अभी तक इनका निपटारा मैनुअल तरीके से किया जाता रहा है पर एप आने के बाद मोबाइल के जरिए लोगों को अपने पीएफ से जुड़ी दिक्कतों का समाधान मोबाइल पर ही मिल पाएगा.
बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि 31 मार्च 2016 तक कुल 3.76 करोड़ सदस्य पीएफ योगदान दे रहे थे जिसमें से 1.68 करोड़ के यूएएन को आधार से जोड़ दिया गया है. हालांकि अभी यह नहीं बताया गया है कि कब तक यह एप चलन में आ जाएगा.
3 घंटे में दावे निपटाने का टार्गेटः
इससे पहले केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त (सेंट्रल पीएफ कमिश्नर) ने जानकारी दी कि ईपीएफओ मई से ऑनलाइन क्लेम सेटल करने की सेवा शुरू करने की तैयारी कर रहा है. इसका लक्ष्य सदस्यों के ऑनलाइन आवेदन करने के बाद 3 घंटे के अंदर पीएफ संबंधी क्लेम का निपटारा करना है.