Ernst & Young India: एना सेबेस्टियन की मौत का EY India को अफसोस, अंतिम संस्कार में न जा पाना थी एक गलती
Anna Sebastian Perayil Death: अर्नस्ट एंड यंग इंडिया के चेयरमैन एवं एमडी राजीव मेमानी ने लिखा कि हम माफी चाहते हैं कि उनके अंतिम संस्कार में कोई नहीं गया. एना सेबेस्टियन की मौत की भरपाई नहीं हो सकती.
Anna Sebastian Perayil Death: अर्नस्ट एंड यंग इंडिया (Ernst & Young India) की 26 वर्षीय कर्मचारी एना सेबेस्टियन पेराइल (Anna Sebastian Perayil) की हाल ही में मौत हो गई थी. उनकी मां अनीता ऑगस्टीन (Anita Augustine) ने अपनी बेटी की मौत के बाद ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी (Rajiv Memani) को एक भावुक ईमेल लिखा था. इसमें उन्होंने कहा था कि एना की मौत की लिए कंपनी के काम करने के तरीके जिम्मेदार हैं. कंपनी की तरफ से किसी ने भी उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में तक आना जरूरी नहीं समझा. अब इस मामले पर राजीव मेमानी की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि हमें एना सेबेस्टियन की मौत का दुःख है. साथ ही उनके अंतिम संस्कार में शामिल न हो पाने का अफसोस भी है.
राजीव मेमानी ने कहा- ऐसी भूल आगे कभी नहीं होगी
एमएनसी कंसल्टिंग फर्म के चेयरमैन एवं एमडी राजीव मेमानी ने लिंक्डइन पोस्ट में लिखा कि कहा कि वह भी पिता हैं. वह एना सेबेस्टियन की मौत से व्यथित हैं. हम माफी चाहते हैं कि एना के अंतिम संस्कार में कोई नहीं गया. हमारे वर्क कल्चर में ऐसी परंपरा नहीं है. ऐसा कभी हुआ भी नहीं था. मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि ऐसा आगे कभी होगा भी नहीं. एना सेबेस्टियन की मां अनीता ऑगस्टीन का ईमेल सार्वजनिक हो जाने के बाद कंपनी के वर्क कल्चर की चारों ओर निंदा हो रही थी. केंद्रीय श्रम मंत्री शोभा करंदलाजे (Shobha Karandlaje) ने कहा है कि इस मामले में उनकी तरफ से जांच की जा रही है.
दुःख की घड़ी में एना सेबेस्टियन के परिवार के साथ है ईवाई इंडिया
राजीव मेमानी ने लिखा कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर हमारे कामकाज के तौर तरीकों के बारे में बहुत कुछ लिखा जा रहा है. मैं आप लोगों को बता देना चाहता हूं कि हमने हमेशा एक स्वस्थ कार्य संस्कृति बनाने की कोशिश की है. हम अपने कर्मचारियों का पूरा ख्याल रखते हैं. मैं खुद इस प्राथमिकता पर पूरा ध्यान दूंगा. हम अपने कर्मचारियों की बेहतरी के लिए काम करने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. मैं तब तक आराम नहीं करूंगा, जब तक इस लक्ष्य को पा नहीं लिया जाए. कंपनी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि एना सेबेस्टियन की मौत की भरपाई नहीं की जा सकती. हम उनके परिवार के साथ दुःख की इस घड़ी में साथ खड़े हैं. हमने उनके ईमेल को पूरी गंभीरता से लिया है.
मां ने बेटी की मौत के लिए कंपनी के वर्क कल्चर को ठहराया था जिम्मेदार
अनीता ऑगस्टीन ने राजीव मेमानी को लिखा था कि कंपनी को ओवरवर्क का महिमामंडन बंद कर देना चाहिए. इस भावुक ईमेल में उन्होंने लिखा था कि कंपनी की ह्यूमन राइट्स वैल्यू असलियत से कोसों दूर है. कंपनी में कमरतोड़ काम को अच्छा बताया जाता है. इसके चलते उनकी बेटी तनाव में रहने लगी थी. इससे उनके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ा. उसे नींद कम आती थी. अक्सर उसे ऑफिस का टाइम खत्म होते समय ही काम दिया जाता था. उनकी बेटी वीकेंड के अलावा घर से भी देर रात तक काम किया करती थी. आखिरकार ज्वॉइनिंग के 4 महीनों में ही उसकी मौत हो गई. एना सेबेस्टियन ने मार्च, 2024 में ही ईवाई पुणे को ज्वॉइन किया था. उनकी मौत 20 जुलाई, 2024 को हुई.
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