ESI Scheme: रोजगार को लेकर आई अच्छी खबर, मई में ईएसआई स्कीम से जुड़े 15 लाख से अधिक कर्मचारी
ESI Scheme: नौकरियों के हिसाब से मई का महीना अच्छा रहा है. देश के असंगठित क्षेत्र में कुल 15 लाख से अधिक नौकरियों का सृजन हुआ है.
ESI Scheme: कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) के द्वारा संचालित होने वाली स्कीम कर्मचारी राज्य बीमा योजना से मई 2023 में कुल 15.14 लाख नए सब्सक्राइबर्स जुड़े हैं. राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग द्वारा मंगलवार को जारी किए गए डाटा के मुताबिक यह डेटा देश में हुई भर्तियों की रिपोर्ट का ही एक हिस्सा है. इस डाटा के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में ग्रास नए नामाकंन बढ़कर 1.67 करोड़ हो गया है.
छह सालों में जुड़े इतने सब्सक्राइबर्स
वहीं पिछले साल यह आंकड़ा 1.49 करोड़ था. वित्त वर्ष 2020-21 की बात करें उस साल 1.15 करोड़, साल 2019-20 में 1.51 करोड़ और साल 2018-19 में यह 1.49 करोड़ लोग इस स्कीम से जुड़े थे. ऐसे में लगभग छह सालों में कुल 8.42 करोड़ सब्सक्राइबर्स ईएसआई स्कीम से जुड़े हैं. गौरतलब है राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के यह आंकड़े ESIC, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन और पेंशन निधि विनियामक एवं विकास प्राधिकरण (PFRDA) के अलग-अलग सोशल स्कीम्स के सब्सक्राइबर्स की संख्या पर निर्भर करते हैं.
ईपीएफओ से जुड़े इतने लोग
ईपीएफओ के आंकड़ों की बात करें तो मई के महीने में कुल 16.30 लाख लोग इस संगठन से जुड़े हैं. नए मेंबर जुड़े थे. अप्रैल 2023 में नए सब्सक्राइबर्स का संख्या 17.20 लाख रुपये थी. सरकार की ओर से जारी किए गए नए आंकड़े के मुताबिक, मई 2022 के दौरान ईपीएफओ से लगभग 16.80 लाख नए कर्मचारी जुड़े थे. नियमों के मुताबिक 20 से अधिक कर्मचारियों वाले फर्मों को ईएसआई और रिटायरमेंट फंड मैनेजर के पास डाटा प्रदान कर सकते हैं. ऐसे में इन आंकड़ों से मार्केट में नए जॉब के सृजन का अंदाजा लगता है.
इतने लोग जुड़े पेंशन योजना से
ध्यान देने वाली बात ये है कि कई ऐसे कर्मचारी भी हैं जो एक साथ कई सरकारी योजनाओं जैसे ईएआई और ईपीएफओ के लिए खुद को रजिस्टर करते हैं. ऐसे में कई बार आंकड़े सटीक नहीं होते हैं. सरकारी डाटा के मुताबिक कुल 44 लाख से अधिक कर्मचारियों ने सितंबर 2017 से अप्रैल 2023 के बीच एनपीएस, राज्य सरकार और अलग-अलग कॉरपोरेट पेंशन स्कीमों को सब्सक्राइब किया है. ऐसे में इन आंकड़ों से पता चलता है कि देश के संगठित क्षेत्र में पिछले कुछ सालों में लाखों की संख्या में नौकरियों का सृजन हुआ है.
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