ED Notice to Byju's: एडटेक सेक्टर की स्टार्टअप कंपनी Byju's की मुश्किलें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं. अब कंपनी को लेकर एक बड़ी खबर आई है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कंपनी को 9362.35 करोड़ रुपये के एक मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है. ईडी ने यह नोटिस कंपनी को विदेशी फंड से जुड़े (Foreign Exchange Management Act) यानी फेमा के मामले में जारी किया है.


कंपनी पर क्या हैं आरोप?


बायजू की पेरेंट कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड और इसके फाउंडर बायजू रवींद्रन को यह नोटिस के जरिए भेजा गया है. ईडी ने अपने नोटिस में यह आरोप लगाया है कि कंपनी के फाउंडर ने विदेशों में पैसे निवेश करते वक्त Fema के नियमों का उल्लंघन किया है. इस कारण सरकार को टैक्स का नुकसान हुआ है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ईडी ने कहा कि उसने अपनी जांच में यह पाया है कि बायजू के रवींद्रन ने विदेशों में निवेश करते वक्त Fema के लिए जरूरी दस्तावेजों को जमा नहीं कराया है. यह नियमों की साफ तौर पर अनदेखी है. प्रवर्तन निदेशालय ने कंपनी पर यह भी आरोप लगाया है कि विदेशों में निवेश करने के लिए कंपनी ने सभी दस्तावेज जमा नहीं कराए हैं. ऐसे में एफडीआई के नियमों का पालन भी कंपनी द्वारा नहीं किया गया है. कंपनी ने भारत के बाहर महत्वपूर्ण विदेशी पैसा भेजा और विदेशों में निवेश किया जो कथित तौर पर फेमा, 1999 के प्रावधानों का उल्लंघन था. इससे भारत सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ.


अप्रैल में कंपनी के ठिकानों पर पड़ा था ईडी का छापा


इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने अप्रैल में बायजू के तीन ठिकानों पर छापे मारे थे. यह छापे फेमा से जुड़े मामलों पर ही पड़े थे. इस छापे के दौरान ईडी ने कंपनी के डिजिटल डाटा और कई दस्तावेजों को जब्त कर लिया था. एजेंसी के मुताबिक इन दस्तावेजों से ही पता चला था कि कंपनी को 2011 से 2023 के बीच 28,000 करोड़ से ज्यादा का विदेशी निवेश मिला था. वहीं इन दस्तावेजों से ही कंपनी द्वारा 9,754 करोड़ रुपये विदेशों में ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई है.


बायजू ने नोटिस मिलने की बात से इंकार किया


ईडी का नोटिस मिलने की खबर के बीच कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने एक नोट को जारी करते हुए सफाई दी है. कंपनी ने दावा किया है कि उसे फेमा के नियमों के उल्लंघन के मामले में किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है. एडटेक चीफ ने उन रिपोर्ट का खंडन किया कि ईडी ने फेमा के तहत कथित उल्लंघनों पर कंपनी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. एक प्रवक्ता ने कहा, "कंपनी को प्रवर्तन निदेशालय से ऐसा कोई कम्यूनिकेशन नहीं मिला है."


ये भी पढ़ें


Tata Tech IPO: इंतजार खत्म! करीब 20 सालों बाद आज खुलेगा टाटा की कंपनी का आईपीओ, टाटा टेक के इश्यू की सभी डिटेल्स लें