Ethos IPO : लग्जरी घड़ी बेचने वाली कंपनी एथोस (Ethos) के आईपीओ (IPO) ने अपने लिस्टिंग से निवेशकों को निराश किया है. एथोस (Ethos) का आईपीओ (IPO) डिस्काउंट के साथ 830 रुपये पर स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हुआ है, जबकि कंपनी ने 878 रुपये प्रति शेयर के रेट पर आईपीओ लेकर आई थी. यानि इश्यू प्राइस से 5.78 फीसदी नीचे आईपीओ खुला है.
कैसी रही लिस्टिंग
Ethos IPO 830 रुपये पर खुला. लेकिन लिस्टंग के बाद से ही शेयर में गिरावट देखी जा रही है. शेयर 790 रुपये के निचले स्तर तक जा लुढ़का है. आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को 83 रुपये प्रति शेयर का नुकसान हो रहा है. लहाल Ethos का शेयर 795 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. आईपीओ को निराशाजनक रेस्पांस मिला था. केवल 1.04 गुना आईपीओ सब्सक्राइब हुआ. जिसमें संस्थागत निवेशकों का कोटा 1.06 फीसदी, गैर संस्थागत निवेशकों का कोट 1.48 फईसदी, रिटेल निवेशकों का कोटा 84 फीसदी अपने काटो का सब्सक्राइब हुआ है.
जानें आईपीओ डिटेल्स
Ethos IPO 18 मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुल था और निवेशक इस आईपीओ के लिए 20 मई तक बोली लगा सकते थे. कंपनी ने आईपीओ के जरिए 472 करोड़ रुपये जुटाया है. एथोस के पास देश में प्रीमियम और लग्ज़री घड़ियों का सबसे बड़ा पोर्टफोलियो है. इनमें 50 प्रीमियम व लग्जरी घड़ियों के ब्रांड हैं. आईपीओ के लिए एथोस ने प्रति शेयर 836-878 रुपये प्राइस बैंड तय किया था. इससे मिलने वाली पूंजी का इस्तेमाल कर्ज के भुगतान, वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने और नए स्टोर खोलने में किया जाएगा.
कंपनी प्रोफाइल
कंपनी के ब्रांड में ओमेगा, आईडब्ल्यूसी स्कॉफहाउसेन, जायगर ले कॉल्टर, पैनरी, बलगारी, एच मोजर एंड साय, राडो, लॉन्जाइन्स, बॉम एंड मर्शर, ऑरिस एसए, कोरम, कार्ल एफ बुकेरर, टिस्सॉट, रेमंड वाई, लुईस मोनेट, बालमेन शामिल है. वित्त वर्ष 2021 में कारोबार से राजस्व 386.57 करोड़ रुपये रहा. इसी अवधि में इसका नेट प्रॉफिट 5.78 करोड़ रुपये था. एथोस ब्रांड नाम से 2003 में चंडीगढ़ में कंपनी ने अपना पहला लक्जरी रिटेल वॉच स्टोर खोला था. भारत के 17 शहरों में कंपनी के 50 रिटेल स्टोर हैं. साथ ही एथोस अपने प्रोडक्ट्स अपनी वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में माध्यम से भी बेचती है.
ये भी पढ़ें
Post Office दे रहा शानदार कमाई का मौका, इन 3 स्कीम में पैसा लगाने पर होगा मोटा मुनाफा