European Central Bank Rate Hike Date: यूरोपियन देश आज के समय में महंगाई से काफी परेशान चल रहे हैं. आपको बता दें कि एक बार फिर से यूरोपियन सेंट्रल बैंक (European Central Bank) ने अपने ब्याज दर में 0.75 फीसदी की भारी बढ़ोतरी की है.
उच्चतम स्तर पर महंगाई
यूरो जोन (Euro Zone) में करीब 19 देश आते हैं और यूरोपियन सेंट्रल बैंक इन सभी के लिए केंद्रीय बैंक (Central Bank) के रूप में काम करता है. यूरोप में इस समय महंगाई अपने कई दशकों के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है. ऐसे में मंदी आने के खतरे के बावजूद यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने महंगाई पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरें बढ़ाने का फैसला किया है.
तीसरी बार बढ़ी ब्याज दर
यूरोपियन सेंट्रल बैंक (ECB) की प्रमुख ब्याज दर अब बढ़कर 2.25 फीसदी हो गई है, जो अब तक 1.5 फीसदी थी. जुलाई से अब तक यह तीसरा मौका है, जब यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. यूरोप के अलावा अमेरिका और भारत सहित दुनिया के कई देशों ने पिछले कुछ महीनों में महंगाई को रोकने के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है.
10 गुना बढ़ी गैस की कीमतें
यूरोजोन (Euro Zone) में महंगाई दर सितंबर माह में 9.9 प्रतिशत रही है, जो ECB के तय किए गए 2 प्रतिशत लक्ष्य से करीब 5 गुना अधिक है. यूक्रेन और रूस के बीच छिड़े युद्ध ने इस महंगाई को बढ़ाने में काफी योगदान दिया है. रूस से सस्ती प्राकृतिक गैस की आपूर्ति घटने से यूरोपीय देशों में गैस की कीमतें 10 गुना तक बढ़ चुकी हैं.
ECB ने दी चेतावनी
मालूम हो कि ECB ने चेतावनी जारी की है. बैंक का कहना है कि यूरोप में महंगाई 'बहुत अधिक बनी हुई है' और इसने इसके लिए 'एनर्जी और खाने-पीने से जुड़े सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी, सप्लाई के मोर्चे पर रुकावट और कोरोना महामारी के बाद मांग में बढ़ोतरी' को दोषी ठहराया गया है. दुनिया के बाकी केंद्रीय बैंकों की तरह, यूरोपियन सेंट्रल बैंक भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर रहा है.
कारोबारों के लिए महंगा लोन
ECB के इस फैसले का असर लोगों और कारोबारों के लिए लोन को महंगा करना, बाजार में मांग को कम करना है. सेंट्रल बैंक को उम्मीद है कि मांग कम होने से महंगाई से राहत मिलेगी. कर्ज की दर अधिक होने का असर आर्थिक गतिविधियां पर भी पड़ता है. यूरोजोन में ब्याज दरों में बढ़ोतरी के बाद इसका असर दिखने लगा है. सभी रेटिंग एजेंसियों ने यूरोजोन की जीडीपी में इस साल गिरावट की आशंका जताई है. कई एक्सपर्ट जल्द ही मंदी आने की भी आशंका जता रहे हैं.
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